गांवों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर करेंगे शोध, देंगे सरकारी योजनाओं की जानकारियां
udaipur. जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षक कॉलेज के बीएड, बीएड बाल विकास करने वाले 353 के छात्र समूह ने वीरवाड़ा, झाड़ोली और उंदरा गांव को गोद लिया है।
बताया गया कि यह छात्र वहां पांच दिनों तक क्षेत्रवासियों के सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव और कारणों पर शोध करेंगे। इसके अतिरिक्त इन गांवों में सफाई, स्वास्थ्य एवं शिक्षा आदि का स्तर भी जाना जाएगा। विशेष बात यह होगी इन ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वीकृत योजनाओं की भी बारीकियां गांव वालों को समझाई जाएगी। इससे पूर्व मंगलवार सुबह 7:30 बजे कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने हरी झंडी दिखाकर महाविद्यालय प्रांगण से बसों को रवाना किया। डीन डॉ. शशि चित्तौड़ा ने बताया कि इन बच्चों के साथ 60 सदस्यीय शिक्षक दल भी गया है।
शोध : प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि सभी छात्र छात्राओं को अगल अलग ग्रुप में विभक्त कर दिया जाएगा तथा उन्हें क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों पर शोध करवाया जाएगा। जैसे गांव के अधिकांश व्यक्ति क्या कार्य करते हैं। उनका सामाजिक और आर्थिक स्तर क्या है। शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर वे कितना खर्च करते हैं। लड़कियों का विवाह कब होता है। कितने बच्चे अब तक स्कूल नहीं गए आदि विभिन्न जानकारी ली जाएगी।
ऐसे करेंगे शोध : सरकारी योजना जैसे सुनवाई का अधिकार, निशुल्क दवा योजना, सूचना का अधिकार तथा शिक्षा का अधिकार की बारकियां बताई जाएंगी। नुक्कड़ नाटक तथा संगोष्ठि आद का आयोजन किया जाएगा।
यह होगा रिपोर्ट का : विद्यार्थियों द्वारा तैयार रिपोर्ट को विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन करवाया जाएगा। गांव में जिसकी कमी है उसके लिए स्थानीय प्रशासन ओर राज्य सरकार से मांग की जाएगी। इस अवसर पर डॉ. सरोज गर्ग, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. कैलाश चौधरी, डॉ. वृंदा शर्मा, चंद्रशेखर द्विवेदी आदि उपस्थित थे।