Udaipur. सुविवि के यूजीसी महिला अध्ययन केन्द्र के तत्वावधान में सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय परिसर में क्रिएशन-2013 का आयोजन किया गया। इसमें केन्द्र के अन्तर्गत संचालित टेक्सटाइल एवं फैशन डिजाइनिंग पाठ्यक्रमों के विद्याथियों द्वारा तैयार वस्त्र-उत्पादों का प्रदर्शन किया गया।
उद्घाटन कुलपति प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने किया। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव एल. एन. मंत्री, थे। प्रो. त्रिवेदी ने कहा कि भूमण्डलीकरण के इस युग में उद्यमशीलता एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है तथा महिलाएं उद्यमशीलता को अपनाकर आत्मनिर्भर बन सकती है। मंत्री ने कहा कि टेक्सटाइल एवं फैशन डिजाइनिंग ऐसे क्षेत्र हैं, जिनके माध्यम से महिलाएं स्वयं में निहित कलात्मकता एवं सर्जनात्मकता को निखारकर अपने व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के साथ आर्थिक रूप से सशक्त बन सकती है। निदेश्किा प्रो. रेनू जटाना ने कहा कि क्रियाशीलता महिलाओं के व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण गुण होता है। महिलाएं अपनी रुचि को निखारकर अपनी क्रियाशीलता को व्यावसायिकता में बदल सकती है। व्यावसायिक अभिमुखीकरण से ही महिलाएं अपने करियर को उच्चे आयाम तथा परिवार को बेहतर जीवन दे सकती है। इस अवसर पर प्रो. साधना कोठारी, डॉ. जी. एस. कुम्पावत, डॉ. कुंजन आचार्य, डॉ. ए. पी. चौधरी, डॉ. कल्पना जैन, डॉ. सुरेश सालवी एवं ललिता वर्मा आदि विशिष्टजन उपस्थित थे। डॉ. कार्यक्रम का संयोजन मधु सिंघवी एवं नियति कंठालिया ने किया।