राजस्थान विद्यापीठ की एकेडमिक काउंसिल की बैठक
हॉस्पिटल मैनेजमेंट में डिग्री कोर्स होंगे शुरू
Udaipur. अब तक जयपुर में ही उपलब्धता के बाद उदयपुर में भी होम्योपैथी में पीएचडी होगी। राजस्थान विद्यापीठ विवि होम्यौपेथी में भी पीएचडी करवाएगा। इसके लिए शीघ्र ही सीटों की संख्या का निर्धारण कर लिया जाएगा। यह जानकारी बुधवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में दी गई।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत ने बताया कि होम्यौपेथी में पीएचडी के अतिरिक्त थिएटर एजुकेशन में डिप्लोमा कोर्स तथा हॉस्पिटल मैनेजमेंट में डिग्री कोर्स बतौर नए पाठ्यक्रम जोडे़ गए हैं।
बडे़ अभिनेता सिखाएंगे थिएटर: बैठक में निर्णय किया गया कि थिएटर एजुकेशन के डिप्लोमा कोर्स इस सत्र से शुरू कर दिए जाएंगे। इसे प्रतापनगर स्थित कंप्यूटर आईटी विभाग में शुरू होगा। इसमें बडे़ अभिनेताओं को बुलाकर बारीकियां समझाई जाएगी। विशेष बात यह है कि इसमें आयु सीमा का कोई मापदंड नहीं होगा।
हॉस्पिटल मैनेजमेंट भी इसी सत्र से: प्रो. बी. एल. फडिया ने बतया कि विद्यापीठ द्वारा इसी सत्र से ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स भी शुरू किया जाएगा। इसमें होम्यौपेथी, यूनानी, एलोपैथी, आयुर्वेदिक एवं प्राकतिक चिकित्सा में बीएससी होना अनिवार्य होगा। पाठयक्रम में सीटों का निर्धारण भी शीघ्र कर लिया जाएगा।
नए कोर्स को मिली स्वीकति: एकेडमिक काउंसिल की बैठक में साहित्य संस्थान विभाग के अंतर्गत तीन नए कोर्सेस को स्वीकृति मिली है। इनमें भारतीय ज्योतिष सर्टिफिकेट पाठयक्रम, भारतीय वास्तु सर्टिफिकेट पाठयक्रम, भारतीय कर्मकांड एवं नित्य कर्म पूजा पद्धति सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन होगा। इसके अतिरिक्त भारतीय ज्योतिष तथा वास्तु में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठयक्रम को स्वीकति मिली है। इसी प्रकार महिला अध्ययन विभाग में पीजी डिप्लोमा इन जेंडर स्टडीज एंड टेक्नोलॉजी, बीए इन जेंडर स्टडीज एंड टेक्नोलॉजी, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन को स्वीकृति मिली है।
योगा भी पाठयक्रम में शामिल : बैठक में संस्कत विभाग के अंतर्गत योगा कोर्स को स्वीकति मिली है, जबकि हिंदी विभाग के अंतर्गत बीजेएमसी कोर्स को स्वीकति प्रदान की गई है। रजिस्टार डॉ प्रकाश शर्मा ने धन्यवाद दिया। बैठक में डॉ. ललित पांडे, डॉ. एल. एन. नंदवाना, डॉ. सी. पी. अग्रवाल, डॉ. सरोज गर्ग, डॉ. अमिय गोस्वामी, डॉ. संजय मिश्रा, डॉ. जी. एन. माथुर, डॉ. सुनीता सिंह, डॉ. शशि चित्तौडा, डॉ. सत्यभूषण नागर, डॉ आरबीएस वर्मा, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. मंजू मांडोत, डॉ लीली जैन, डॉ. बबीता रशिद, डॉ देवेंद्र आमेटा, डॉ प्रेमलता गांधी, डॉ धीरज जोशी तथा प्रो वीपी शर्मा आदि उपस्थित थे।