शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान
संगठनों-संस्थानों, विद्यालयों, महाविद्यालयों में हुए आयोजन
Udaipur. शिक्षक दिवस यानी गुरु की महिमा का दिन। यूं तो शिक्षकों, गुरुजनों को वर्ष भर सम्मान दिया जाता है लेकिन यह दिन कुछ विशेष होता है जब शिक्षकों, गुरुजनों को सम्मान मिलता है। चाहे वह पुरस्कारस्वरूप हो या किसी शिष्य द्वारा सम्मान से बात ही करना हो। कुछ ऐसे ही आयोजन शहर के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों, संगठनों, संस्थाओं में भी गुरुवार को हुए।
शिक्षकों, गुरुजनों ने शिष्यों, बच्चों को सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णमन के बारे में जानकारी देते हुए उनसे सीख लेने की प्रेरणा दी। रेयान इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक दिवस पर बच्चों ने गुरुजनों के सम्मान में विभिन्न प्रस्तु्तियां दी।
उमरडा़ स्थित सनराईज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में बीटेक प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं व डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं के तत्वावधान में शिक्षकों एवं स्टाफ को व्यक्तिगत रूप से मिलकर शिक्षक दिवस के आयोजन में आने हेतु निमंत्रण-पत्र दिए एवं सभी शिक्षकों एवं स्टाफ का चरण स्पर्श कर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया। संस्थान के अध्यक्ष हरीश राजानी द्वारा छात्र-छात्राओं को शिक्षा जगत में उन्नति करने हेतु प्रोत्साहित किया गया एवं संस्थान के प्राचार्य द्वारा शिक्षक दिवस क्यों और किसलिए मनाया जाता है की जानकारी दी।
विद्या भवन
विद्याभवन सीनियर सैकण्डरी स्कूल में मुख्य अतिथि विद्याभवन गोविन्दराम सेक्सरिया शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के निदेशक डॉ. एम. पी. शर्मा ने डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संस्था प्रधान ई. एच. काजी ने मुख्य अतिथि को पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। डॉ. शर्मा ने कहा कि हजारों किताबों का अध्ययन करने से बड़ा है एक अच्छे शिक्षक के साथ विचार-विमर्श करना। संस्था प्रधान काजी ने धन्यवाद दिया व शिक्षकों को बधाई दी। संचालन छात्रा रीना देवड़ा ने किया।
एमडीएस
एमडीएस से. 3 व प्रताप नगर में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ ट्रस्टी पुष्पा सोमानी व प्रधानाचार्या डॉ. निधि माहेश्वरी ने मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्वलित कर किया। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. बी. पी. भटनागर, दिनेश चौर्डिया व आर. सी. सोमानी, पुष्पा सोमानी तथा सुदर्शन मिनरल्स के चेयरमेन राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता थे। अध्यापिका डॉ. प्रमिला चित्तौडा व अध्यापक घनश्याम प्रजापत को अध्यापन के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए प्रशस्ति पत्र व श्रीफल भेंट किया गया। विद्यार्थी प्रभव माहेश्व री को शतरंज में राज्यस्तरीय उपलब्धि प्राप्त करने पर व रिषिका इंटोडिया को सबसे कम उम्र में भवई नृत्य के लिए सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों ने मोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
एमपीयूएटी में सम्मान
महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय के संघटक राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा विभाग मे लायंस व लायनेस क्लब उदयपुर मेवाड़ गौरव ने शिक्षकों का सम्मानन किया। कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल को कृषि शिक्षा व अनुसंधान के क्षेत्र मे उल्लेखनीय योगदान के लिए स्मृति चिन्ह, उपरणा, श्रीफल व शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया। महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय के 14 शिक्षकों को विश्वविद्यालय मे शिक्षा व अनुसंधान के क्षेत्र मे उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया। इनमें ड़ॉ. पी. के. गुप्ता, ड़ॉ. जी. पी. शर्मा, ड़ॉ. वाई. सी. भट्ट, ड़ॉ. आर. बी. दुबे, ड़ॉ. सुबोध शर्मा, ड़ॉ. सुधा बाबेल, ड़ॉ. एस. एल. मूंदडा, ड़ॉ. वी. पी. सैनी, ड़ॉ. सुनील इंटोदिया, ड़ॉ. गजेंद्र माथुर, ड़ॉ. लतिका शर्मा, ड़ॉ. एम. सी. माथुर, ड़ॉ. विनोद सहारण व ड़ॉ. अनिल व्यास शामिल हैं। इन्हें प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, उपरणा, श्रीफल व शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। क्लब की ओर से आर. एल. कुनावत, कल्पना शर्मा व रेणु चौधरी ने भी सम्बोधित किया।
राजस्थान विद्यापीठ में 60 शिक्षक सम्मानित
प्रख्यात पर्यावरणीय कार्यकर्ता चिपको आंदोलन के संस्थापक पद्मभूषण तथा मैग्सेसे अवार्ड चण्डीप्रसाद भट्ट ने मुख्यर अतिथि के रूप में शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को सम्मा्नित किया। उन्होंने कहा कि देश को अन्य देशों की शिक्षा व्यवस्था जैसा सुदृढ़ बनाने हेतु योग्य नागरिकों का निर्माण और इसके लिए उत्तम चरित्र निर्माण करने वाली शिक्षा एवं शिक्षक आवश्य क है। यह उत्तम शिक्षा योग्य एवं चरित्रवान संस्कारवान शिक्षकों द्वारा ही सम्भव है। मुख्य अतिथि कुलाधिपति प्रो. भवानीशंकर गर्ग, कुलपति प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत आदि ने भी संबोधित किया। समारोह में विद्यापीठ के सभी विभागों के कुल 60 शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर, श्रीफल, प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। संचालन डॉ. हिना खान एवं डॉ. अमी राठौड़ ने किया तथा धन्यवाद रजिस्ट्रार डॉ. प्रकाश शर्मा ने दिया।