महिला उद्यमियों के लिए विदेश व्यापार विषयक संगोष्ठीं
उदयपुर। भारतीय विदेश व्यापार संस्थान, दिल्ली के प्रो. एस. के. वर्मा ने कहा कि सामान्य व्यक्ति भी मात्र 250 रुपए में निर्यात व्यापार का पंजीकरण करवा कर उद्यमी बन सकता है। उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी दी।
वे शनिवार को विज्ञान समिति परिसर में विदेश व्यापार के महत्वपूर्ण प्रशासनिक एवं कानूनी पहलू विषयक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठीक का आयोजन सुखाडिया विश्वविद्यालय के यूजीसी महिला अध्ययन केन्द्र द्वारा किया गया। मुख्य रूप से महिला उद्यमियों के लिए आयोजित संगोष्ठीय में रुचि रखने वाले युवा भी इसमें सम्मिलित हुए। संगोष्ठी का उद्घाटन सुखाडिया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. के. एन. नाग ने किया। प्रो. मदन ने कानूनी प्रावधान व प्रशासनिक नियमों की जानकारी देते हुए निर्यात प्रारम्भ करने के सरलतम तरीके बताए। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि निर्यात कार्य कोई कठिन या पेचीदा उद्यम नहीं है। आवश्यक जानकारी करके प्रारम्भ किया जा सकता है।
संगोष्ठी के प्रारम्भ में विज्ञान समिति के अध्यक्ष डॉ. के. एल. कोठारी ने सभी विशेषज्ञों एवं भागीदारियों का स्वागत किया व विज्ञान समिति का संक्षिप्त परिचय दिया। प्रो. रेणु जटाना, निदेशक, यूजीसी महिला अध्ययन केन्द्र, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय ने केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। महिलाओं के लिए विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों व डिप्लोमा कोर्सेस के बारे में बताया। प्रो. रेणु ने युवा महिला उद्यमियों को यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में यदि उनकी कोई कठिनाई उभरती है तो विश्वविद्यालय हरसंभव तकनीकी सहायता के लिए प्रोत्साहित करेगा। संचालन डॉ. डॉली गांधी एवं धन्यवाद विज्ञान समिति के नवाचार प्रकोष्ठ की अध्यक्षा पुष्पा कोठारी ने किया। संगोष्ठि में भागीदायियों का उत्साह सराहनीय था।