मानव विकास सूचकांक में भारत चीन-श्रीलंका से बेहतर नहीं
उदयपुर। मानवीय प्रबंधन में आमूलचूल बदलाव किये बगैर सेवा क्षेत्र को बेहतर बनाना कोरी कल्पना है। उद्योग जगत ने अपने आप में जो बदलाव और नवाचार किये हैं उसी का परिणाम है कि व्यापक स्तर पर गुणवत्ता युक्त सामग्री उपलब्ध हो रही है। उद्योग जगत के सकारात्मक परिणामों से मानव संसाधन विकास में बहुत कुछ सीखा जा सकता है। ये विचार सेवा मंदिर विद्या भवन एवं मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित ग्यारहवे डॉ. मोहनसिंह मेहता स्मारक में व्याख्यान देते हुए आईआईएम उदयपुर के निदेशक प्रो. जनत शाह ने व्यक्त किये।
प्रो. शाह ने कहा कि मानव विकास सूचकांक की दृष्टि से भारत की स्थिति चीन एवं श्रीलंका से बेहतर नहीं है चाहे वो औसत उम्र का मापदंड या शिक्षा, स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय आय का मसाला हो। भारत पिछड़ रहा है। ऐसे में जरुरी है कि भारत विभिन्न नवाचारों के माध्यम से कम लागत से गुणवत्तापूर्ण सेवाएं तथा दक्ष वितरण प्रणाली के माध्यम से विविधता भरे भारत में लोगों का जीवन गुणवत्तापूर्ण बनाए।
प्रो. जनत ने आगे कहा कि शिक्षा के अधिकार कानून से यद्यपि विद्यालयों में संरचनात्मक सुविधाएं बढ़ी हैं लेकिन ये सुविधाएं विद्यार्थियों के सीखने के कौशल में वृद्धि नहीं कर रही हैं। मानव विकास बड़ा जटिल और चुनौती से भरा क्षेत्र है एवं शिक्षा और स्वास्थ्य इसके महत्त्व पूर्ण आयाम है। उन्होंने ज्ञानशाला एवं अरविन्द आई केम्प की केस स्टडी भी प्रस्तुत की। प्रश्नोत्तर करते हुए प्रो. शाह ने कहा कि मात्र पैसा बढ़ा कर सुधर नहीं किया जा सकता। शाह ने चिंता व्यक्त की कि सेवा क्षेत्र में गुणवत्ता नहीं बढ़ रही है। प्रभावी स्वास्थ्य व शिक्षा के नाम पर खर्च बढ़ रहा है। प्रो. शाह ने डॉ. मेहता का स्मरण करते हुए उन्हें एक संस्था पुरुष निरूपित किया।
प्रश्नोत्तरी में विद्या भवन के शिक्षा सलाहकार डॉ. ह्रदयकांत दीवान, पॉलिटेक्निक प्राचार्य अनिल मेहता, पूर्व अभियंता जी पी सोनी, मत्स्य विबाग के पूर्व उपनिदेशक दुर्गा, शिक्षा विद एस बी लाल, शिक्षा केंद्र के प्रसून ,सिक्योर मीटर के सीईओ भगवत बाबेल, सेवा मंदिर के अध्यक्ष अजय मेहता ने भाग लिया।
आरम्भ में सेवा मंदिर के मुख्य संचालक प्रियंका सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि उदयपुर में स्वैच्छिकता की एक परंपरा रही है। धन्यवाद मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय एस मेहता ने दिया। संयोजन ट्रस्ट सचिव नन्द किशोर शर्मा ने किया। कार्यक्रम के विद्या भवन के अध्यक्ष रियाज तहसीन, बी एल मंत्री, प्रो. अरुण चतुर्वेदी, नारायणलाल आमेटा, याकूब खान नितेश सिंह सहित कई गणमान्य लोगो ने भाग लिया। संचालन रौनक ने किया।