रोटरी क्लब उदय द्वारा न्यू मेम्बरशिप ओरियन्टेशन सेमिनार
उदयपुर। नये-नये रोटरी सदस्य बनने के बाद सिर्फ सदस्य ही नहीं रहे अपने आप को एक सच्चा रोटेरियन बनाएं। एक सच्चा रोटेरियन न केवल आपसी नेटवर्किंग से जुड़ता है, वरन् उसे वैश्विक स्तर पर समाज सेवा करने का मौका मिलता है। रोटरी एक ऐसा मंच है जहां अपने पारिवारिक रिश्तों को मजबूती प्रदान कर सकते है।
यह कहना था अहमदाबाद से आये रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3051 के पूर्व प्रान्तपाल डॉ. अरूण पारीख का। जो रोटरी क्लब उदय द्वारा आज होटल आमंत्रा में आयोजित एक दिवसीय न्यू मेम्बरशिप ओरियन्टेशन सेमिनार में ‘रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय क्या है’ विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने रोटरी के नये सदस्यों का आव्हान करते हुए कहा कि वे सच्चे रोटेरियन तभी बनेंगे जब वे रोटरी को भीतर से जानेंगे। रोटरी को नजदीक से और दिनों दिन हो रहे उसमें बदलाव को जानने के लिए ओरिंयटेशन एंव रिफ्रेशर कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिये। 23 फरवरी को स्थापना के 110 वर्ष पूरे करने वाली रोटरी के वर्तमान में सवा लाख से अधिक सदस्य है जो इन्टरेक्ट, रोटरेक्ट, रायला, यूथ एक्सचेंज,रोटरी कम्यूनिटी कोर्प, फेलोशिप, फ्रेंडशिप एक्सचेंज, वॉलियंटर्स आदि कार्यक्रमों के जरिये समाज सेवा कर रहा है।
पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने ‘मेम्बरशिप ग्रोथ एण्ड रोटरी फाउण्डेशन’ विषय पर बोलते हुए कहा कि अब कोई भी रोटरी क्लब ग्लोबल ग्रान्ट के तहत कम से कम 15 हजार व अधिकतम 1 लाख डॉलर की मेचिंग ग्रान्ट लेकर पीडि़तों की सहायता कर सकता है। रोटरी फाउण्डेशन वर्ष 2017 में अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है। इन एक सौ वर्षो में दुनिया बदल चुकी है। अब हमें बदलते समय की धारा में दुनिया के साथ चलना होगा। प्रत्येक क्लब क्वालिटी मेम्बर ले ताकि सही अर्थो में समाज सेवा की जा सकें।
सहायक प्रान्तपाल डॉ.निर्मल कुणावत ने कहा कि नये सदस्यों को एक सच्चा रोटेरियन बनने के लिए क्लब की नियमित बैठकों में भाग लेना चाहिये। क्लब का सही संचालन के लिए सच्चे सदस्यों के संगठन एवं मनी व मेन पॉवर की आवश्यकता होती है। रोटरी ने हमेशा चुनौतीपूर्ण कार्य हाथ में लेकर उसे सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाया है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण देश से पोलियो उन्मूलन है।
प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष डॉ. ऋतु वैष्णव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि क्लब द्वारा गत 4 माह में एट द रेट हेल्थ कार्ड प्रोजेक्ट, धडक़न, एक्शन रेलवे, मानमथारा स्कूल आदि प्रोजेक्ट को हाथ में लेकर उसका सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। निकट भविष्य में गोगुन्दा तहसील के एक और गांव को गोद लेकर उसका सर्वांगीण विकास किया जाएगा। इस अवसर पर सीमासिंह को मल्टीपल पॉल हेरिस फेलो की पिन के साथ ही करीब 15 सदस्यों को पीएचएफ की पिन प्रदान की गई। कार्यक्रम में प्रान्तपाल मनोनीत रमेश चौधरी, क्लब की जीएसआर सीमासिंह, सहायक प्रान्तपाल डॉ. स्वीटी छाबड़ा, कार्यक्रम समन्वयक सांझ नरूला सहित अनेक सदस्य मौजूद थे। सचिव मुकेश माधवानी ने धन्यवाद दिया। संचालन शालिनी भटनागर ने किया।