– विद्यापीठ को मिला वाकओवर
– विद्यापीठ की मेजबानी में पश्चिम जोन महिला खो खो प्रतियोगिता का आगाज
उदयपुर। खिलाड़ी अनुशासन में रहकर ही ऊंचाई छू सकता है। खेलकूद से जीवन में अनुशासन की प्रवृत्ति आती हैं। महाराणा प्रताप के आदर्श अपनाते हुए कभी हार नहीं मानें तथा जीवन में कड़ी मेहनत, लगन तथा संघर्ष के साथ कार्य करेंगे तो सफलता निश्चित है।
ये विचार पद्मश्री देवेन्द्र झाझडिय़ा ने मंगलवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की मेजबानी में पश्चिमी जोन महिला खो-खो के उद्घाटन पर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने युवा खिलाडिय़ों का आह्वान किया कि वे देश के लिए खेलें तथा खेल के साथ-साथ पढ़ाई पर भी ध्यान दें।
खिलाड़ी समय चार्ट बनाएं : झांझडिय़ा ने कहा कि खिलाड़ी जिस खेल में भाग ले रहा है उसका दैनिक चार्ट बनाए तथा उसके कार्य कार्य का आंकलन करे कि आज उन्होने खेल के उपर कितना समय दिया। हमेशा खेल के बारे में सोचे तथा खेलो तो देश के लिए खेले।
स्पोट्र्स बोर्ड के चेयरमैन एवं रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि ग्रुप कैप्टन इंडियन एयर फोर्स के गजेन्द्रसिंह शक्तावत, बीएन संस्थान के प्रबंध निदेशक डॉ. एनएन सिंह राठौड़, उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पारस सिंघवी, सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के स्पोट्र्स बोर्ड के चेयरमैन डीएस चुण्डावत, कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन डॉ. हिना खां ने किया। धन्यवाद डॉ. दिलीप सिंह चौहान ने दिया। प्रारंभ में झांझडिय़ा तथा कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने मार्च पास्ट की सलामी ली। स्पोट्र्स बोर्ड के सचिव भवानीपाल सिंह ने बताया कि विभिन्न महाविद्यालयों की 32 टीमें उदयपुर पहुंच चुकी हैं, जिनके आवास व अन्य व्यवस्था डबोक परिसर में की गई है।
इनके बीच मुकाबला : विश्वविद्यालय स्पोर्ट्स बोर्ड के सचिव भवानीपाल सिंह ने बताया कि विद्यापीठ की मेजबानी में पश्चिम जोन महिला खो खो प्रतियोगिता के अन्तर्गत मंगलवार को कुल 16 मेच खेले गये। मेजबान टीम विद्यापीठ एवं सुखाडिया विश्वविद्यालय, डॉ. बीए मराठवाडा विवि औरगांबाद, सौराष्ट्र विवि राजकोट, एमएस विवि बडौदा, एल एन आई पी ग्वालियर की टीम को वॉक ओवर मिलने से ये टीमे अगले दौर में पहुंच गयी।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर ने गुजरात टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय को 15 अंको से, आर.टी.एन. नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर ने हेमचन्द्रा नार्थ गुजरात विश्वविद्यालय पाटन को 10 अंको से, राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर ने गुजरात विश्वविद्यालय अहमदाबाद को 09 अंको से, एस.एन.डी.टी. महिला विश्वविद्यालय मुम्बई ने जिवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर को 06 अंको से, राजीव गांधी विश्वविद्यालय भोपाल ने कोटा विश्वविद्यालय कोटा को 7 अंको से, एमडीएस विश्वविद्यालय अजमेर ने एम.के. एस. विवि भावनगर को 16 अंको से, सरदार पटेल विवि वल्लभ विद्यानगर ने एसजीबी अमरावती विवि को 07 अंको से, नोर्थ महाराष्ट्र विवि जलगॉव ने जयनारायण व्यास विवि जोधपुर को 09 अंको से, बरकततुल्ला विवि भोपाल ने डॉ. हरिसिंह गोड विवि को 03 अंको से हराया।