विद्या भवन पॉलिटेक्निक में पांच दिवसीय कार्यशाला
उदयपुर। देश को सामाजिक-आर्थिक एवं तकनीकी रूप से श्रेष्ठ बनाने के लिए तकनीकी शिक्षा संस्थानों को स्मार्ट एप्रोच पर कार्य करना होगा। तकनीकी शिक्षक एवं शिक्षार्थी निरन्तर सीखने, रचनात्मक बने रहने एवं आधुनिक नवाचारों से जुड़ने का एटीट्यूड विकसित करें।
ये विचार राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान नाईटर चण्डीगढ़ के निदेशक डॉ. एमपी पूनिया ने तकनीकी शिक्षकों की क्षमता अभिवृद्धि विषयक लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यशाला में व्यक्त किये। आईसीटी के माध्यम से विद्या भवन पॉलिटेक्निक में आयोजित कार्यशाला में उदयपुर, चित्तौड़गढ़ व राजसमन्द के पॉलिटेक्निक प्राध्यापकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यशाला में डा. विधु मोहन ने प्रभावी तकनीकी शिक्षक के गुण, डा. संजय कौशिक ने प्रेरणा वृद्धि, डा. सुनील दत्त ने व्यवस्थित निर्देशों, डा. नन्दिता ने गुणवत्ता पूर्ण जीवन शैली, डा. आर.के. वत्स ने नेतृत्वशीलता पर व्यवहारिक जानकारी दी। विद्या भवन पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डा. अनिल मेहता ने तकनीकी संस्थानों से सामाजिक विकास मूलक अनुसंधानों से जुड़ने का आग्रह किया।