उदयपुर। जैन सोश्यल ग्रुप ‘मेन’ के ‘संगिनी फोरम’ की सदस्याओं को जानकारी के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जिसमें एमबी चिकित्सालय से कैंसर रोग विशेषज्ञ मुख्य वक्ता डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ पहुंचे।
डॉ. नरेन्द्र सिंह ने बताया कि भारत में 30 प्रतिशत कैंसर गलत खान-पान की वजह से है। हमारे यहाँ पर महिलाओं में दो तरह स्तन एवं बच्चेदानी के कैंसर होते हैं। कैंसर का वायरस स्किन टू स्किन फैलता है। उम्र बढ़ने के कारण, मोटापा बढ़ने के कारण कैंसर होने का चांस ज्यादा रहता है। परिवार में अगर माँ को कैंसर है तो बच्चों में होने की संभावना ज्यादा रहती है।
कैंसर से बचने के उपाय:- सबसे पहले तो आप डालडा घी, देशी घी व तेल को बिल्कुल बन्द कर दें, क्योंकि शरीर सबसे पहले कार्बोहाईड्रेट को काम में लेता है फिर प्रोटीन को, बाद में वसा को काम में लेता है। लेकिन शरीर को वसा को काम में लेने की आवश्यकता ही नहीं होती है, जिससे वसा शरीर में जमा होता जाता है, मोटापा बढ़ता है, मोटापे के कारण कैंसर के साथ-साथ अन्य बीमारियाँ हो जाती है, जैसे – बीपी, हार्टअटेक, डायबिटिज़ आदि। 40 वर्ष की उम्र के बाद मेमोग्राफी करवानी चाहिए। सेल्फ ब्रेस्ट एग्ज़ामिन करना चाहिए। जो चिज प्रकृति या भगवान के द्वारा बनायी हुई है वह शरीर के लिए उपयुक्त है। मानव द्वारा बनायी गयी चीजों के उपयोग से कैंसर होने के ज्यादा चांसेज है।
आजकल डब्ल्यूएचओ द्वारा एचपीवी वैक्सीन आता है। उस वेक्सीन को लगाने से कैंसर में बचाव हो सकता है। इस वेक्सीन का उपयोग 9 वर्ष की उम्र की लड़कियों के 0-6 माह में अगर लगाया जाये तो उनको बच्चेदानी के कैंसर से पूर्णतया बचाया जा सकता है। डॉ. साहब ने महिलाओं की समस्याओं का समाधान किया। संचालन मंत्री लक्ष्मी कोठारी ने किया। आभार की रस्म सीमा मेहता ने अदा की तथा साथ ही संरक्षिका शीला जी मेहता, किरण जी जैन, छाया जी मेहता, श्वेता जी मेहता, आशा जी मोगरा, जय श्री जी मुणेत आदि उपस्थित थे। यह जानकारी मंत्री लक्ष्मी कोठारी ने दी।