गृहमंत्री कटारिया ने चीरवा घाटी में किया नगर वन उद्यान का शिलान्यास
उदयपुर। पर्यटन की दृष्टि से दुनिया में प्रसिद्ध झीलों की नगरी उदयपुर शहर में पर्यटन के नित्य नये आयाम स्थापित हो रहे है। इसी कड़ी में उदयपुर की अंबेरी ग्राम पंचायत में स्थित प्राचीन चीरवा का घाटा पर्यटकों के लिए एक नया डेस्टिनेशन बनने जा रहा है।
रविवार को गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने चीरवा घाटी में वन विभाग की ओर से बनने वाले नगर वन उद्यान (फूलों की घाटी) कर शिलान्यास कर उदयपुरवासियों एवं पर्यटकों के लिए एक नई सौगात दी। समारोह में उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा, चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोशी, मावली विधायक दलीचंद डांगी, यूआईटी चेयरमेन रविन्द्र श्रीमाली, फिल्म अभिनेत्री अस्मिता शर्मा, मुख्य वन सरंक्षक शिखा मेहरा, राहुल भटनागर व इन्द्रपाल सिंह मथारू एवं मार्बल ऐसोसिएशन के अध्यक्ष शरद कटारिया बतौर अतिथि मौजूद थे।
समारोह को संबोधित करते हुए गृहमंत्री कटारिया ने कहा कि विश्व विख्यात उदयपुर शहर ने पर्यटन के क्षेत्र में अपना विशेष मुकाम स्थापित करते हुए तीव्र प्रगति कर रहा है। उन्होंने चीरवा के घाटे का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए इस 3 किलोमीटर के क्षेत्र को वन विभाग के माध्यम से एक नया डेस्टिनेशन लुक देने की इच्छा जताई थी एवं इस क्षेत्र में नवीन राष्ट्रीय राजमार्ग बनने के बाद इस घाटे के संरक्षण एवं संवर्द्धन पर निरंतर प्रयासरत रहे। उनकी इसी पहल के चलते वन विभाग ने केन्द्र एवं राज्य सरकार, नगर विकास प्रन्यास एवं नगर निगम एवं स्थानीय भामाशाहों के सहयोग से चीरवा की घाटी को फूलों की घाटी में बदलने एवं नया पर्यटन केन्द्र विकसित करने के लिए इस कार्य की शुरूआत की।
कटारिया ने कहा कि यह क्षेत्र रंग बिरंगे फूलो से गुलजार रहेगा एवं आने वाले पर्यटकों को आकर्षिक करने के साथ-साथ उन्हें दोबारा यहां आने के लिए भी प्रेरित करेगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र का विकास होने के साथ इसके नजदीक स्थित जैव विविधता पार्क एवं पुरोहितों के तालाब का महत्व भी बढ़ जाएगा और यह क्षेत्र एक नया पर्यटन हब बनेगा और इससे उस क्षेत्र के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे एवं आमदनी बढ़ेगी।
उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों के कार्यों की सराहना करते हुए पर्यटन विकास वन विभाग के योगदान को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उदयपुर क्षेत्र में जहां भी वन विभाग ऐसे कार्यों को अंजाम देगा वहां केन्द्र एवं राज्य सरकार स्तर पर हर संभव सविधा मुहैया करवाई जाएगी। समारोह के दौरान कटारिया ने उदयपुर जिले में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला।
उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा ने इस अवसर पर वन विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए इस प्रकार के कार्यों में सांसद मद से हरसंभव सहायता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि वन विभाग के इन नये आयामों से उस क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए है, जो अनुकरणीय पहल है।
चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोशी ने इस अवसर पर केन्द्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से होने वाले विभिन्न विकास कार्यों पर प्रकाश डाला एवं पर्यटन को बढ़ावा देने वाली यातायात एवं अन्य सुविधाओं की उपलब्धता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने जैव विविधता पार्क के नजदीक बनने वाली फूलों की घाटी को आमजन के लिए सुकूनदायक बताया और इसके विकास में 10 लाख रुपये सांसद मद से देने की घोषणा की।
यूआईटी चेयरमैन रविन्द्र श्रीमाली ने नगरीय विकास कार्यों पर चर्चा करते हुए वन विभाग द्वारा बनने वाले इस उद्यान में यूआईटी की ओर से भरपूर सहयोग देने की बात कही। उन्होंने उपवन संरक्षक ओ.पी.शर्मा के प्रयासों की भी सराहना की। कार्यक्रम को मावली विधायक दलीचंद डांगी, मुख्य वन संरक्षक शिखा मेहरा व मार्बल ऐसोसिएशन के अध्यक्ष शरद कटारिया ने भी संबोधित किया।
समारोह पश्चात अतिथियों ने विधि विघान से पूजा अर्चना कर बनने वाले नगर वन उद्यान की आधारशिला रखी एवं शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया। तत्पश्चात अतिथियों ने वहां पौधरोपण भी किया।
ऐसी होगी फूलों की घाटी : उप वन सरंक्षक ओ.पी.शर्मा ने बताया कि फूलों की यह घाटी 80 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली होगी। यहां पर विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे फूलों के पौधे लगाए जाएंगे। पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए प्राचीन प्रवेश द्वारा का पुनरोद्धार कर केफेटेरिया के रूप में विकसित किया जाएगा। फूलों की घाटी में 6 व्यू-पॉइंट होंगे जहां से पर्यटन विभिन्न आकर्षक दृश्यों का लुत्फ उठा सकेंगे। यह कार्य 6 माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। इस हेतु केन्द्र ने 1 करोड़ 60 लाख की योजना स्वीकृत की है जिसमें 80 प्रतिशत राशि केन्द्र एवं शेष 20 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेंगी।
गुटरू गुटरगूं का संदेश जन-जन तक पहुंचे : विशिष्ट अतिथि फिल्म अभिनेत्री अस्मिता शर्मा ने स्वच्छ भारत अभियान एवं महिला सशक्तिकरण पर बनी फिल्म गुटरू गुटर-गूं की समीक्षा करते हुए इस फिल्म द्वारा प्रसारित संदेश जन-जन तक पहंुचाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने मौजूद अतिथियों से आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अनुकरणीय पहल पर आधारित इस फिल्म को आमजन तक पहुंचाने में अपेक्षित सहयोग करें। प्रारंभ में उपवन संरक्षक ओ.पी.शर्मा ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत कर नगर वन उद्यान (फूलों की घाटी) में होने वाले कार्यों से अवगत कराया। आभार मुख्य वन संरक्षक श्री मथारू ने जताया। समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, वन विभाग के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।