उदयपुर। महाराणा भूपालसिंहजी की 134वीं जयन्ती भूपाल नोबल्स संस्थान के प्रताप चौक में गरिमामय समारोह के साथ सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्थान के प्रधान संरक्षक मेवाड़ राजपरिवार के श्रीमती एवं श्री महेन्द्रसिंह मेवाड़ थे। सरस्वती वन्दना के साथ कार्यक्रम के प्रारम्भ में विद्या प्रचारिणी सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष राजराणा गुणवन्तसिंह झाला, उपाध्यक्ष प्रो. जीवनसिंह जामोली एवं भैरूसिंहजी चौहान, मंत्री प्रो. महेन्द्रसिंह आगरिया, संयुक्त मंत्री शक्तिसिंह कारोही एवं प्रबन्ध निदेशक मोहब्बतसिंह राठौड़, वित्त मंत्री प्रो. दरियावसिंह चूण्डावत तथा ओल्ड बॉयज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. युवराजसिंह झाला ने मुख्य अतिथि मेवाड़ राजपरिवार के महेन्द्रसिंह एवं श्रीमंत महारानी साहिबा का माल्यार्पण कर स्वागत अभिनन्दन किया।
मुख्य अतिथि ने अकादमिक एवं खेल के क्षेत्र में विशिष्टता अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि प्रगति के लिये किसी भी काम की पूर्व तैयारी आवश्यक है, तभी हमें सफलता प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने सिद्धान्तों पर अडिग रहते हुए जिम्मेदारी से आगे बढ़ने की बात कही। धर्म के अनुसार और कुदरत के नियम कायदों का पालन करके ही प्रगतिपथ पर अग्रसर हुआ जा सकता है अन्यथा हम सफलता अर्जित नहीं कर पाएंगे। यह सन्देश देते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारे पास कुछ है तो उसे अधिक से अधिक देना चाहिए और किसी से कुछ प्राप्त किया है तो उसका आभार व्यक्त करना चाहिए। उन्होंने आचरण एवं व्यवहार को गरिमामय बनाये रखने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर बड़े हुजूर महाराणा भूपालसिंहजी के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए प्रो. कृष्णस्वरूप गुप्ता ने कहा कि महाराणा भूपालसिंहजी का दृष्टिकोण एवं विचार अत्यन्त व्यापक था। मेवाड़ में शिक्षा के प्रति शिक्षण संस्थाओं की स्थापना आपका महत्त्वपूर्ण एवं अप्रतिम योगदान था। मेवाड़ में कृषि के नवाचार के लिए आपने कई महत्त्वपूर्ण योजनाओं को प्रोत्साहित किया है। महाराणा भूपालसिंहजी ने समन्वयवादी दृष्टिकोण से समाज एवं राष्ट्र के विकास को महत्त्व दिया है। उन्होंने महाराणा भूपालसिंह जी द्वारा खनन उद्योग के क्षेत्र में किए गए प्रयासों को रेखांकित किया।
विद्या प्रचारिणी सभा के मंत्री प्रो. महेन्द्रसिंहजी आगरिया ने स्वागत उद्बोधन एवं संस्था का वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए वर्तमान में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक-सह शैक्षणिक गतिविधियों में उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने संस्था में लगभग 1 करोड़ 68 लाख की लागत से सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट की प्रगति से अवगत कराते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट से लगभग 50 हजार यूनिट बिजली उत्पादन हो रहा है और आगामी समय में संस्था बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगी।
समारोह में मुख्य अतिथि महोदय ने अकादमिक एवं खेलकूद के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय उपलब्धि के लिए विद्यार्थियों को सम्मानित किया। खेल के क्षेत्र में विशेष उपलब्धि के लिए युक्रेन मंे आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी 54 किलोग्राम वर्ग प्रतियोगिता में झलक तोमर को रजत पदक प्राप्त करने पर, गौरवसिंह चौहान को अन्तः विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में जिम्मानिस्टक में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर स्मृति चिन्ह आदि प्रदान कर सम्मानित किया गया। गणतंत्र दिवस परेड में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली मोनिका झाला, सोनिका झाला एवं चुनौती शर्मा को सम्मानित किया गया।
समारोह में विद्या प्रचारिणी सभा सदस्य एवं ऑल्ड बॉयज एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य आदि की गरिमामय उपस्थिति रही।
इस अवसर पर वाणिज्य संकाय के बी.बी.ए. विभाग की ‘‘माइल स्टोन’’ पत्रिका का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में विद्या प्रचारिणी सभा के उपाध्यक्ष श्री भैरूसिंहजी चौहान ने आभार व्यक्त किया।