ब्रैस्ट एवं सवाईकल कैंसर पर जागरूकता के लिए कार्यशाला
उदयपुर। देश में कैंसर के मरीज बढ़ते जा रहे हैं इसका एक कारण जागरूकता का अभाव भी है। शहर में महिलाओं को कैंसर के प्रति सजग करने के लिए ब्रैस्ट एवं सर्वाइकल कैंसर बचाव एवं उपचार कार्यशाला का आयोजन किया गया। खुशी क्लीनिक में कार्यशाला के उपरान्त निःशुल्क परामर्श भी रखा गया जिसमें महिलाओं को स्त्री एवं प्रसूति रोग, कैंसर और नाक, कान, गला संबंधी रोगों के लिए उचित मार्गदर्शन विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दिया।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अल्का मूंदडा थी, यहां विभिन्न रोगों से संबंधी 50 से अधिक महिलाओं को निःशुल्क परामर्श दिया गया। विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. सुषमा मोगरी ने बताया कि भारत में ब्रैस्ट कैंसर महिलाओं में सर्वाधिक होने वाला कैंसर है लेकिन महिलाओं को इसके लक्षणों के बारे में जानकारी ही नहीं है इस कारण वे समय पर उपचार के लिए नहीं आ पाती हैं। सर्वाइकल कैंसर के बारे में उन्होंने कहा कि महिलाओं में स्तन कैंसर के बाद दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है, इसके लक्षण अनियमित माहवारी, माहवारी में अत्यधिक रक्तस्त्राव, बदबूदार पानी, वजन कम होना आदि हैं। उदयपुर संभाग में सर्वाइकल कैंसर के मरीज ज्यादा हैं, समय पर इसकी स्क्रीनिंग की जाए तो इससे बचाव संभव है। सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए टीका भी उपलब्ध है जिसे नौ से पैंतालीस साल की आयु तक लगाया जा सकता है। नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. नितिन शर्मा ने ईएनटी संबंधी समस्याओं कान पकना, परदे में छेद, कान की हड्डी की गलना, सुनाई देने में कमी तथा नाक बहना, छींक आना, नाक की हड्डी का टेढ़ापन, नाक से बदबू आना तथा गले में टोन्सिल्स,एडीनोइट्स, थायरॉइड, कैंसर की गांठ आदि समस्याओं पर महिलाओं को परामर्श दिया।
कार्यशाला संयोजक डॉ. कल्पेश पूर्बिया ने बताया कि महिलाएं दिनभर अपने पारिवारिक कार्यों में व्यस्त रहती हैं ऐसे में अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं रहती हैं जिससे उनकी समस्या बढ़ सकती है। महिलाओं को जागरूक करने का यह प्रयास समय-समय पर किया जाएगा।