एक लाख में चार व्यक्तियों में पाई जाती है ये बीमारी
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में स्प्लेनिक हाइडैटिड सिस्ट की समस्या से ग्रसित मरीज का सफल ऑपरेशन कर मरीज को नया जीवन दिया। इस सफल ऑपरेशन में गेस्ट्रोसर्जन डॉ. विकेश जोशी, निश्चेतना विभाग के डॉ. प्रकाश औदिच्य, डॉ.विक्रम सिंह एवं अनिल भट्ट की टीम का सहयोग रहा।
दरअसल बडी सादड़ी के बोहेडा निवासी 21 वर्षीय निहारिका को पिछले कई दिनों से पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के साथ साथ गठान महसूस हो रही थी जिसके कारण भूख न लगने के कारण लगातार कमजोरी का अनुभव हो रहा था। परिजन मरीज को पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल लेकर आए यहॉ पर गेस्ट्रोसर्जन डॉ. विकेश जोशी को दिखाया तो जॉच करने पर मरीज को स्प्लेनिक हाइडैटिड सिस्ट नामक बीमारी का पता चला जिसका ऑपरेशन से ही इलाज सम्भव था।
गेस्ट्रोसर्जन डॉ. विकेश जोशी ने बताया कि यह बीमारी मुख्य रूप से भेड़ और मवेशियों की बीमारी है लेकिन जिन लोगों की आजीविका का मुख्य साधन भेड़ और पशुपालन होता है उनमें इस बीमारी के होने की सम्भावना ज्यादा होती है। हाइडैटिड सिस्ट एक टेपवर्म इचिनोकोकस ग्रैनुलोसस के कारण होता है। ये आमतौर पर लीवर में होते हैं। तिल्ली में होने पर इसके लक्षण का पता लगाना बहुत ही कठिन होता है। जिससे चिकित्सकों के लिए इस बीमारी निदान करना मुश्किल हो जाता है। यह ऑपरेशन दूरबीन द्वारा किया गया साथ ही इसमे मरीज की स्प्लेनिक(तिल्ली) को बचा लिया गया।
डॉ. जोशी ने स्पष्ट किया कि हाइडैटिड रोग शरीर के किसी भी अंग में पाया जा सकता है लेकिन स्प्लेनिक (तिल्ली) में हाइडैटिड सिस्ट बहुत ही दुर्लभ है। यह एक लाख में किन्ही चार मरीजों में देखने को मिलता है। मरीज अभी पूरी तरह से ठीक है और उसे छुट्टी दे दी। मरीज का सरकार की चिरंजीवी योजना के तहत निःशुल्क इलाज किया गया है।