Udaipur. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर गुरुवार को महाविद्यालयों, स्कूकलों में विभिन्न आयोजन हुए। कहीं पोस्टर प्रजेन्टेशन तो कहीं तकनीकी संगोष्ठियों के आयोजन हुए।
सीसारमा स्थित कृष्णा महिला टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में प्रबन्ध निदेशक हितेष गौड़, प्राचार्य डॉ. अश्विनी कुमार गौड़, उपाचार्य रूपलाल पालीवाल ने ‘भित्ति पत्रिका’ का विमोचन कर विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में हो रहे विकास की छात्राध्यापिकाओं को जानकारी दी। संचालन कार्यक्रम प्रभारी सपना सोनी के निर्देशन में छात्राध्यापिका शिखा जैन व किरण चतुर्वेदी ने किया।
आलोक सी.सै. स्कूल में निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि भारत का विज्ञान हजारों सालों पूर्व से विकसित था और है। भारत का इतिहास गौरवशाली रहा है। हमें अपने गौरवशाली इतिहास को कभी नहीं भुलाना चाहिए। संस्कृत को संगणक हेतु उपर्युक्त भाषा माना गया है। दसवीं की छात्रा राशि श्रीमाल तथा सातवीं की छात्रा सेजल गांधी ने सी. वी. रमन के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। नुक्कीड़ नाटक की प्रस्तुाति भी हुई।
बाल वैज्ञानिकों का सम्मान : बडिंग साइंटिस्ट अवार्ड के लिए पांच बच्चों का चयन किया गया जिसमें बालकों ने पिछले पूरे वर्ष विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों में भाग लेकर राज्य व राष्ट्रींय प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त किया। गिरीश पुरोहित प्रथम, विनायक सोनी, जयेश त्रिवेदी, कुणाल शर्मा एवं धैर्य जोशी को डॉ. कुमावत ने मैडल व संस्थान का स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।