ओसवाल बड़े साजन सभा का भामाशाह सम्मान समारोह
Udaipur. दुनिया में ‘दान’ के नाम के रूप में ‘भामाशाह’ का गौरव दिलाने वाले हम उस भामाशाह के वंशज है जिन्हें दान देने की वृत्ति संस्कारों में मिली है, हमें जब भी मौका मिले माटी का कर्ज चुकाने में पीछे नहीं रहना चाहिए।
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने रविवार को मुखर्जी चौक स्थित पंचायती नोहरे में ओसवाल बड़े साजन सभा के भवनों का उद्घाटन व भामाशाह सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ये विचार व्यक्त किये। कटारिया ने कहा कि जैन समाज ने देश में खरबों रूपयों का दान दिया है, जिनसे मानव समाज के लिए चिकित्सालय,शिक्षण संस्थाएं,वृद्धाश्रम सहित अनेक सेवाओं के प्रकल्प चलाये जा रहे हैं। उन्होंने आरक्षण के सन्दर्भ में समाजजन का आह्वान किया कि आरक्षण के बाद जो शेष 50 फीसदी बचा है, उसके लिए कर्मशक्ति जगाते हुए अपना स्थान अंकित करें व साथ ही सरकारी सेवाओं में जाने के लिए अपने नौजवानों को अभिप्रेरित करें। राजकीय नौकरी में जैन समाज के नौजवान होंगे तो हमारा स्वाभिमान बना रहेगा। ऐसे में आरक्षण के प्रति नकारात्मक सोच के बजाय सकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩे की आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि समाज अब विश्वविद्यालय के लिए जगह आरक्षित कराएं ताकि उस पर सभी वर्ग के बच्चों के शिक्षण की नींव रखी जा सके।
अध्यक्षता करते हुए प्रियंका मोदी लोढ़ा ने कहा कि समाज द्वारा महिलाओं को आगे लाने हेतु कार्यक्रम हाथ में लेने चाहिए। महिलाओं के सहयोग से ही समाज जनसेवा कार्यों में जड़ तक पहुंचकर जरूरतमंदों की सेवा में अग्रणी रहा है। विशिष्ट अतिथि महापैार रजनी डांगी ने कहा कि समाज में बिखराव की स्थिति पर अंकुश लगाने के लिए परिवार परामर्श केन्द्र की स्थापना की जानी चाहिए। जिला प्रमुख मधु मेहता ने कहा कि वर्तमान में समाज की प्रतिभाओं को निखारने की आवश्यकता है ऐसे में समाज के श्रेष्ठजनों का आगे आना चाहिए।
सम्माननीय अतिथि पुलिस अधीक्षक (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) के प्रसन्न कुमार खमेसरा ने कहा कि जीवन में अर्जित धन में से कुछ अंश समाज सेवा कार्यों में भी लगाना चाहिए। राजस्थान सरकार के नगरीय विकास विभाग के तकनीकी सलाहकार एच.एस.संचती ने भी विचार व्यक्त किये।
उद्घाटन : ओसवाल बड़े साजन सभा के अध्यक्ष दिलीप सुराणा व महामंत्री अनिल कोठारी ने अतिथियों गुलाबचन्द कटारिया, रजनी डांगी, मधु मेहता, प्रियंका मोदी लोढ़ा, एच. एस. संचेती, पूर्व विधायक अत्तरसिंह भडाना, प्रसन्न कुमार खमेसरा के हाथों नवनिर्मित प्रवचन सभागार, रसोईघर व आधुनिक भोजनशाला का फीता काटकर उद्घाटन कराया।
सम्मान : मुकेश मोदी, प्रियंका मोदी लोढ़ा, सुरेन्द्र सुराणा व चैनसिंह सुराणा को समाज भूषण, बी. एच. बापना, हरिसिंह सुराणा व अभय चतुर को समाज गौरव, अम्बालाल नवलखा, मांगीलाल लुणावत व रणजीतसिंह प्रवीण सरूपरिया को समाज रत्न तथा 18 समाजसेवियों पी. एस. तलेसरा, मुकेश मोदी, वीरेन्द्र डांगी, प्रमोद खाब्या, हेमन्त छाजेड़, रमेश दोशी, नाकोड़ा ज्योतिष कार्यालय के कांतिलाल जैन, डॉ. रोशनलाल जोधावत, लालसिंह सिंघवी, नरेश बोल्या, बसंतीलाल मिठ्ठालाल कोठीफोड़ा, सुरेन्द्र कोठारी, दिनेश सामर, शैलेन्द्र हिरण, मोहनसिंह दलाल, हेमन्त गोखरू, नरेन्द्र वागरेचा, जसकुवंर मोहनलाल भंसाली, कमल कावडिय़ा, हीरालाल पगारिया, मुकेश चव्हाण, डॅा. पुष्पलता कोठारी व वनमाला सुराणा सहित 34 जनों को माल्यार्पण कर उपरना व शॉल ओढ़ाकर, पगड़ी पहनाकर स्मृति चिन्ह व अभिनन्दन पत्र प्रदान कर भामाशाह सम्मान से अतिथियों एंव समाजजनों द्वारा सम्मानित किया गया। अभिनन्दन पत्र का वाचन भंवर सेठ एंव डॅा. गजेन्द्र सामर ने किया।
आरम्भ में सभा अध्यक्ष दिलीप सुराणा एंव महामंत्री अनिल कोठारी ने बताया कि करीब पौने दौ सौ वर्ष पुराने इस स्थल पर नवनिर्माण कराकर इसे नया स्वरूप देने का प्रयास किया ताकि जैन साधु-साध्वियों के चातुर्मास व अन्य मांगलिक कार्य के आयोजन में किसी प्रकार की रूकावट न आ सके। समाज द्वारा शहर से 20 किमी दूर करीब 50 बीघा जमीन लेकर उस पर समाज की ओर चिकित्सालय व शिक्षण संस्था का निर्माण कराया जाएगा। कोठारी ने बताया कि भामाशाहों का सम्मान कर समाज स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
प्रारम्भ में अतिथियों ने भामाशाह के चित्र पर माल्यार्पण एंव दीप प्रज्ज्वलन किया। शैलजा जोधावत ने मंगलाचरण प्रस्तुत की। संचालन डॉ. अनिल कोठारी व सुभाष कोठारी ने किया। धन्यवाद ललित हिंगड़ ने ज्ञापित किया। समारोह के पश्चात पांच हजार सधार्मिक बन्धुओं का स्वामी वात्सल्य आयोजित किया गया।