मुख्यमंत्री ने उदयपुर संभाग के जन प्रतिनिधियों से की बजट पूर्व चर्चा
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि जिला कलक्टर स्तर के कार्यों की कार्यान्विति यहीं से तय करने के लिए संभाग स्तर पर जाकर जनप्रतिनिधियों से यह सम्पर्क किया जा रहा है। साथ ही बजट में क्षेत्रों की आवश्यकतानुसार प्रावधान किए जा सकें।
वे शनिवार को उदयपुर प्रवास पर होटल एम्बियंस में संभाग के चार जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ एवं प्रतापगढ़ के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि ऐसे छोटे और कम लागत वाले कार्यों को हाथ में लिया जाए ताकि उन्हेंं साल भर में बेहतर ढंग से पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि पर्यटन सर्किट की भी जरूरत है। हालांकि कहां जाना है, यह तो पर्यटक ही तय करेगा लेकिन उसे इस ओर आकृष्ट करने का प्रयास किया जा सकता है। उसमें टूरिस्ट सर्किट बहुत महती भूमिका निभाएगा।
बैठक में शिरकत कर निकले जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने बताया कि रेवेन्यूू जनरेशन पर भी मुख्य मंत्री का जोर रहा कि किस तरह रेवेन्यू जनरेट की जा सकती है, उस पर विचार किया जाए। केबिनेट मंत्री नंदलाल मीणा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आप भी आदिवासी अंचल के हैं। आपको भी मालूम है कि किस तरह के काम होने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में सभी बुनियादी सेवाओं और सुविधाओं तथा क्षेत्र की स्थिति एवं जरूरतों के बारे में मेपिंग करें और यह कार्य छह माह में पूरा कर लिया जाना चाहिए। इससे क्षेत्र के विकास की योजनाओं को और अधिक बेहतर एवं प्रभावी बनाया जा सकेगा। उन्होंने नगर निकायों से कहा कि वे शहरी विकास के लिए आत्मनिर्भरता के साथ निकायों को समृद्ध बनाएं।
सबसे पहले बांसवाड़ा, फिर डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और अंत में चित्तौड़ के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान पास ही स्थित लॉन में बैठक काबिना मंत्री नंदलाल मीणा अपनी हास्यास्पद टिप्पणियों से सभी का मनोरंजन करते रहे। आरंभ में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, किरण माहेश्वरी, रणधीरसिंह भीण्डर आदि ने मुख्यमंत्री के आगमन पर स्वागत किया और वहां से निकल गए। संभाग के सभी सांसद, जिलाध्यक्ष एवं कई पदाधिकारी मौजूद थे।