उदयपुर। कृषि विभाग, नई दिल्लीर के उपमहानिदेशक डॉ. एनएस राठौड़ ने कहा कि भारत की आर्थिक उन्नति कृषि क्षेत्र पर ही निर्भर करती है और करती रहेगी। इसके लिए आवश्यक है कृषि पर आधारित विशेष पाठ्यक्रमों को तैयार कर युवाओं को इस ओर अग्रसित किया जाए जिसे न सिर्फ उनके कौशल का विकास होगा वरन देश के कृषि क्षेत्र में भी प्रगति होगी।
वे मंगलवार को कृषि शिक्षा में विभिन्न सब सेक्टर हेतु मॉडयूल का विकास विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंयने बताया कि अमेरिका व चीन जैसे देश जिनका कुल कृशि योग्य क्षेत्रफल भारत से आधा है जबकि कृषि उत्पादन में उनका योगदान भारत से दो गुना है। अनुसंधान निदेशक डॉ. जी एस आमेटा ने इस तरह की चार-पांच कार्यशाला करने पर बल दिया और कहा कि इस वर्ष के अन्त तक हम इन पाठ्यक्रमों को विकसित करने में सफल होंगे।
सीटीएई महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. बीपी नंदवाना ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों से आव्हान किया कि वे देश की प्रगति में कमर कस ले व स्वयं के रोजगार पर अधिक बल दे। कार्यशाला के कार्यकारी सचिव डॉ. लोकेश गुप्ता ने कार्यक्रम की दो दिन की प्रगति के बारे में बताया। सीटीएई के विभागाध्यक्ष डॉ. अभय कुमार महता ने कार्यक्रम का संचालन किया व क्षेत्रीय निदेशक डॉ. शान्ति कुमार शर्मा ने धन्यवाद दिया।