उदयपुर। अपने स्वास्थ के लिए योग के प्रति लोगों का दिन ब दिन रुझान बढ़ रहा है व उदयपुर में चल रहे योग आरोग्य शिविरों से जुड़कर लोग स्वास्थ लाभ ले रहे हैं व निरन्तर शिविरो में सख्या बढ़ रही है।
यह बात चिकित्सा अधिकारी डॉ शोभालाल औदिच्य ने चल रहे फतहसागर की पाल पर योग शिविर में कही डॉ ने कहा कि शहर वासी उदयपुर में चल रहे निरन्तर अलग अलग वार्ड में योग शिविरो में जाकर स्वास्थ लाभ ले सकते हैं।
योग प्रशिक्षक गोपाल डांगी ने पंचतत्व से बने शरीर को निरोगमय बनाये रखने के लिए योग कि अलग अलग क्रियाओं का अभ्यास कराते हुए कहा कि अपने शरीर को स्वस्थ व निरोगमय रखने के लिए योग एक निरापद पद्धति है इसे बच्चे बड़े व बुजुर्ग सभी को अपनी नियमित दिनचर्या में लाकर अभ्यास करना चाहिए।
योग हमें शारीरिक रोगों व मानसिक रोगों से तो मुक्ति दिलाता ही है परन्तु उससे भी आगे बड़ कर योग हमें आत्मा से परमात्मा को मिलाने में भी सहायक है जैसे जैसे हम योग के माध्यम से सासों की ओर ध्यान को कैन्दित करते हुए अभ्यास करते हैं तो हमारे भीतर बैठे उस निराकार स्वरूप परमपिता परमेश्वर की अनुभूति होने लगती है। इसलिए योग कि प्रत्येक क्रिया करते हुए हमें सासों की ओर पुरे ध्यान को कैन्दित करते हुए विचारों से परे हट कर बडी सहजता से अभ्यास करना चाहिए।
डांगी ने कहा कि योग कि विभिन्न क्रिया सीखने के लिए पहले किसी योग प्रशिक्षक के सानिध्य में रहकर अभ्यास करना चाहिए ताकि जो भी आप योग का अभ्यास करें उसका पुर्ण लाभ ले सके। ।डांगी ने बताया कि योग चिकित्सा पद्धति हि नहीं योग एक जिवन पध्दति हि नहीं योग इससे भी आगे बढ़कर एक साधना पध्दति है जिससे इन्सान आत्मा से परमात्मा का मिलन कर सकता है।ओर इन्सान अपने भीतर बैठे उस परम तेजस्वी स्वरुप को अनुभव कर सकता है और मनाव से महा मानव बन सकता है।