किया जाएगा 200 करोड़ रुपये का निवेश
भारत की प्रमुख एलएनजी-चालित हेवी ट्रकिंग लॉजिस्टिक्स कंपनी, ग्रीनलाइन मोबिलिटी सॉल्यूशंस लिमिटेड (ग्रीनलाइन) ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए आधिकारिक तौर पर वेदांत समूह की जस्ता, सीसा एवं चांदी का व्यवसाय करने वाली कंपनी, हिंदुस्तान जिंक के लिए अपने एलएनजी-चालित ट्रक तैनात किए हैं।
वहनीयता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तौर पर हिंदुस्तान जिंक ने धातु और खनन क्षेत्र में हरित लॉजिस्टिक्स के एक नए युग की शुरुआत करते हुए, एस्सार की ग्रीन मोबिलिटी समाधान कंपनी, ग्रीनलाइन को अपने वहनीयता लॉजिस्टिक्स भागीदार के रूप में चुना है। ग्रीनलाइन, वहनीय माल परिवहन में अग्रणी बनने के लिए लक्ष्य के अनुरूप, हिंदुस्तान जिंक के रोड लॉजिस्टिक्स के परिचालन के लिए एलएनजी-संचालित ट्रकों को तैनात करने के संबंध में 200 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। ब्लू एनर्जी मोटर्स द्वारा विनिर्मित ये एलएनजी-चालित ट्रक, डीजल की तुलना में विषाक्त (टॉक्सिक) उत्सर्जन में प्रभावशाली कटौती करते हैं, जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड में 30%, एसओएक्स में 100%, एनओएक्स में 59%, पार्टिकुलेट मैटर में 91% और और सीओ में 70% तक की कमी शामिल है। ब्लू एनर्जी मोटर्स, भारत का पहला उद्यम है, जो हेवी ड्यूटी एलएनजी (लिक्विफाइड नेचुरल गैस) ट्रक का विनिर्माण करता है।
ग्रीनलाइन ने भारत का पहला और एकमात्र एकीकृत ग्रीन लॉजिस्टिक्स परितंत्र बनाने के लिए कई संगठनों के साथ सहयोग किया है, जिससे भारत में एलएनजी ट्रकिंग एक वास्तविकता बन गई। एलएनजी से चलने वाले वाहन, जो डीजल की तुलना में काफी कम उत्सर्जन के लिए जाने जाते हैं, दोनों संगठनों के स्थिरता लक्ष्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाते हैं। यह साझेदारी कॉरपोरेट्स के लिए अपने विशाल लाभों को प्रदर्शित कर और एक टिकाऊ, पर्यावरण के प्रति जागरूक भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता को मज़बूत कर एलएनजी-ईंधन वाले लंबी दूरी के ट्रकों को व्यापक रूप से अपनाने का मार्ग प्रशस्त करती है।
हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी एवं वेदांता के कार्यकारी निदेशक, अरुण मिश्रा ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर कहा, “हिंदुस्तान जिंक में, हमने सभी के लिए वहनीय भविष्य के निर्माण के संबंध में अपने परिचालन के हर पहलू में वहनीय तरीकों को शामिल किया है। वहनीयता, हमारी कंपनी की पहचान का एक अभिन्न अंग है और यह हमारे प्रबंधन तथा कर्मचारियों की मूल प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती है। एलएनजी वाहनों को पेश कर, हम न केवल भारतीय खनन को डीकार्बनाइज़ करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रहे हैं बल्कि परिवहन क्रांति का मार्ग भी प्रशस्त कर रहे हैं। यह हमारे 2050 तक या उससे पहले नेट ज़ीरो हासिल करने के दृष्टिकोण की दिशा में एक और कदम है, और हम आने वाले महीनों में इसे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।“
इस तैनाती पर अपनी टिप्पणी में, ग्रीनलाइन के मुख्य कार्यकारी, श्री आनंद मिमानी ने कहा, “हमें हिंदुस्तान जिंक के लिए स्थायी लॉजिस्टिक्स पार्टनर के रूप में चुने जाने की खुशी है। हमें उसके भारी माल परिवहन को डीकार्बनाइज करने की प्रक्रिया में मदद करने में हमारी भूमिका का उत्सुकता से इंतज़ार है। भारतीय कॉर्पोरेट नेतृत्व अपने कार्बन पदचिह्न को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, और हमारे हरित लॉजिस्टिक्स समाधान उसके वहनीयता केउद्देश्यों को आगे बढ़ाने में सहायक हैं। हमारा दृढ़ विश्वास है कि स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल मोबिलिटी समाधान उद्योगों को उनके वहनीयता के लक्ष्यों को प्राप्त करने में में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
हिंदुस्तान जिंक की 2050 तक या उससे पहले उत्सर्जन का नेट ज़ीरो स्तर प्राप्त करने की प्रतिबद्धता इस समझौते से रेखांकित होती है। कंपनी को धातु एवं खनन क्षेत्र के तहत एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2022 में वैश्विक स्तर पर तीसरा और एशिया प्रशांत क्षेत्र में पहला स्थान दिया गया है। यह वैश्विक मान्यता अपनी श्रेणी में बेहतरीन वहनीय तरीकों के उपयोग और दीर्घकालिक वृद्धि से जुड़े तत्वों पर कंपनी द्वारा विशेष ध्यान दिए जाने का प्रमाण है।