16 जुलाई को नई दिल्ली में मिलेगा 50 हजार नकद व 50 हजार भ्रमण के लिए
उदयपुर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने जगजीवनराम अभिनव कृषक पुरस्कार हेतु समन्वित कृषि पद्धति अपनाने वाले गुलाबपुरा तहसील अंता (बारां) के प्रगतिशील कृषक गणपतलाल नागर का चयन किया है। पुरस्कार 16 जुलाई को दिल्ली में दिया जाएगा।
पुरस्कार में प्रशस्ति-पत्र के साथ 50 हजार रुपए नकद व साथ ही देश की विभिन्न कृषि संस्थाओं के भ्रमण हेतु खर्चे के लिए 50 हजार रुपए भी दिये जाएंगे। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के कृषि विज्ञान केन्द्र, अन्ता (बांरा) द्वारा मार्च 2012 में कृषक का प्रार्थना-पत्र इस पुरस्कार हेतु अग्रेषित किया गया था।
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के प्रसार शिक्षा परिषद् के सदस्य नागर को पूर्व में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा वर्ष 2010 में मूसली के अधिकतम उत्पादन हेतु तथा आत्मा परियोजना द्वारा प्रगतिशील कृषक 2010 में पुरूस्कृत किया जा चुका है। नागर कृषि विज्ञान केन्द्र के तकनीकी सहयोग से 9 वर्षों से स्वयं के 3 हेक्टर तथा परिवार के 3 हेक्टर फार्म पर अधिक आय वाली फसलों एवं नवीनतम कृषि पद्धतियों को अपना समन्वित कृषि कर 6-7 लाख रूपए प्रति हेक्टर प्रतिवर्ष आमदनी कर रहे हैं।
इन्होंने सफेद मूसली की खेती में बढ़ती लागत व मजूदरों की आवश्यकता के मध्यनजभ्र अनेक नवाचार किये, जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र, अन्ता (बांरा) के सहयोग से मूसली धुलाई व छीलने की मशीन का निर्माण तथा मूसली खुदाई भी शामिल है। इन नवाचारों से मूसली की खुदाई, सफाई, छिलाई की लागत व मजदूरों की आवश्यकता में 90 प्रतिशत तक की कमी आई है।