राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय ग्रामीण दक्षता सम्मान समारोह
Udaipur. डॉ. डी. वाई. पाटील विश्वविद्यालय पूणे के चांसलर डॉ. के. बी. पोवार ने कहा कि छात्राओं की सफलता को सीमित नहीं होने दें। इस ज्ञान की गंगा का और अधिक विस्तार करें। पाठ्यक्रम में अर्जित ज्ञान से आर्थिक स्वावलम्बन की ओर बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण प्रतिभा अवसर मिलने पर अधिक निखर कर सामने आती है। ग्रामीण क्षेत्र में किये जा रहे सामुदायिक कार्यों की सराहना भी की। अवसर था जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक जनशिक्षण एवं विस्तार कार्यक्रम निदेशालय के अन्तर्गत लाइफ लॉग लर्निंग योजना के अन्तर्गत 10 सामुदायिक केन्द्रों में संचालित विभिन्न लघु अवधि के पाठ्यक्रमों के दक्षता प्रमाण पत्रों के वितरण समारोह का। श्रेय भारती सामुदायिक केन्द्र साकरोदा में आयोजित समारोह में 158 ग्रामीण छात्र-छात्राओं एवं महिलाओं को ग्रामीण दक्षता सम्मान प्रदान किए गए।
मुख्य अतिथि विद्यापीठ के चांसलर प्रो. भवानीशंकर गर्ग थे। विशिष्टा अतिथि भारतीय विश्व विद्यालय परिसंघ नई दिल्ली की उपसचिव डॉ. बीना भल्ला ने कहा कि सामुदायिक केन्द्रों द्वारा चलाये जा रहे महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों का विस्तार वर्तमान सदी की यह आवश्येकता है और महिला सशक्तिकरण के अभाव में भारत का समग्र विकास संभव नहीं है। अध्यक्षता करते हुए वाइस चांसलर प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत ने कहा कि विद्यापीठ भारत की उन आधी दुनिया के उत्थान के लिए निरन्तर प्रयत्नयशील है जिसको भारतीय संस्कृति में देवी का स्थान दिया गया है क्योंकि उनके उत्थान के बिना सामाजिक उत्थान संभव नहीं है। जनशिक्षण एवं विस्तार कार्यक्रम निदेशालय के निदेशक डॉ. ललित पाण्डेय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए जीवनपर्यन्त शिक्षा के उद्देश्यों पर जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर कुलप्रमुख भंवरलाल गुर्जर, रजिस्ट्रार डॉ. प्रकाश शर्मा, डॉ. मंजू मांडोत ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर साकरोदा, मीठा नीम, भल्लों का गुड़ा, छोटा गुडा, तथा आसपास की महिलाएं तथा पुरूश सहित विद्यापीठ के पदाधिकारी डॉ. वी. पी. शर्मा, प्रकाश जादौन, डॉ. संजीव पुरोहित, अरूण पानेरी, चितरंजन नागदा आदि उपस्थित थे। संचालन दुर्गाशंकर नन्दवाना ने किया। धन्यवाद निदेशक हरीश गंधर्व ने अदा की।