कच्ची बस्ती की महिलाओं ने जानी सही विधि
Udaipur. वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेन्द्र सरीन ने कहा कि माताओं को अपने शिशु को स्तनपान कराने में सही विधि का उपयोग करें ताकि बच्चों को मां का पूरा दूध पर्याप्त मात्रा में मिल सके।
वे आज रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा रेलवे स्टेशन के सामने स्थित कच्ची बस्ती में स्तनपान सप्ताह के समापन समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने वहां उपस्थित महिलाओं एंव युवतियों को शिशु स्तनपान कराने की सही विधि समझाते हुए बताया कि स्तनपान कराते समय शिशु का सिर, धड़ व पैर एक ही लेवल पर हो, शिशु के सिर व गर्दन को मां अपने एक हाथ से तथा दूसरे हाथ से शिशु के धड़ व पैरों को सहारा दें। शिशु का मुंह मां के वक्ष की तरफ हो, शिशु का धड़ मां के पेट से सटा होना चाहिए यानि मां एंव शिशु दोनों अत्यन्त नजदीक हो, शिशु का मुंह खुला रहे ताकि वह श्वांस ले सके।
डॅा. सरीन ने समाज में व्याप्त स्तनपान संबंधी भ्रान्तियों को भी दूर किया। उल्लेखनीय बात यह रही कि कच्ची बस्ती की महिलाओं ने स्तनपान की विधि के संदर्भ में पूछे गये प्रश्नों का सही उत्तर दिया एंव उन्हें पुरूस्कृत भी किया गया। सहायक प्रान्तपाल नक्षत्र तलेसरा ने आशा व्यक्त की कि रोटरी उदयपुर द्वारा किये गये ये प्रयास समाज में सकारात्मक दिशा में नये कदम की ओर प्रेरित होंगे तथा प्रति वर्ष इस प्रकार के कार्यक्रमों को जोर-शोर से मनाया जाएगा। ताकि स्तनपान की महत्त जन-जन तक पहुंच सके। इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष बी.एल.मेहता ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन से निश्चित रूप से निकट भविष्य में शिशु मृत्यु दर में कमी देखने को मिलेगी। रोटरी क्लब अपने सेवा कार्यो में शिशु स्वास्थ्य एंव आहार की महत्ता को न केवल उदयपुर वरन् आस-पास के ग्रामीण एंव आदिवासी इलाकों में प्रचारित-प्रसारित करने हेतु कटिबद्ध है। सचिव सुरेन्द्र जैन ने सप्ताह भर इस कार्रूक्रम में सहयोग देने वाली संस्थाओं विद्यालयों, महाविद्यालयों,समन्वित ग्रामीण विकास संस्थाओं, दिव्य मदर मिल्क के संस्थापकों व स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रति इस प्रयास को सफल बनाने के लिए आभार प्रकट किया।