उदयपुर। कृषि प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय के तत्वावधान में भारतीय कृषि अभियंता परिषद का 48 वां राष्ट्रीय अधिवेशन 21 से 23 फरवरी तक होगा। इस दौरान संरक्षित कृषि में अभियांत्रिकी सहभागिता विषयक संगोष्ठी भी होगी।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. बी. पी. नंदवाना ने प्रेस वार्ता में बताया कि अधिवेशन एवं संगोष्ठी में कृषि अभियांत्रिकी संकाय पर शोध, अनुसंधान एवं शिक्षा विस्तार, उद्योग तथा रोजगार से जुड़े़ हुए व राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय संगठनों, विश्वरविद्यालयों एवं उद्योगों में कार्यरत लगभग 500 अभियन्ता एवं वैज्ञानिक भाग लेगें। मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वंविद्यालय के कुलपति डा. ओ. पी. गिल रहेंगे। कार्यक्रम के विशिष्टा अतिथि डॉ. ललित वर्मा, अध्यक्ष, अमेरीकन कृषि अभियंता परिषद और डा. योषिसुके किशीडा, मुख्य सम्पादक एशिया, अफ्रीका और लेटिन अमेरीका में कृषि आधुनिकीकरण पत्रिका जापान होंगे।
अधिवेशन के आयोजन सचिव डॉ. घनश्याषम तिवारी ने बताया कि पहले दिन (21 फरवरी) को उदघाटन एवं कृषि यन्त्र प्रर्दषनी का भी उद्घाटन होगा। पहले दिन उद्घाटन सत्र के साथ ही वार्षिक गतिविधियों का ब्यौरा दिया जायेगा एवं कृषि अभियान्त्रिकी क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले वैज्ञानिकों, को सम्मानित भी किया जायेगा। द्वितीय तकनीकी सत्र में उद्यमियों और जनरल बोडी मिटिंग का आयोजन होगा।
ये शिरकत करेंगे अधिवेशन में
डॉ. दिगवीर सिंह कनाडा, डॉ. बसन्त महेश्व री आस्ट्रेलिया, डॉ. ललित वर्मा अमेरिका, डॉ. धर्मेन्द्र सारस्वत अमेरिका, डॉ. साजिद अलवी अमेरिका, डॉ. रमेश एस. कँवर अमेरिका, डॉ. वी.एन. शारदा (कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड के सदस्य) नई दिल्ली, डॉ. नवाब अली (पूर्व उप महानिदेषक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) नई दिल्ली, डॉ. टी. सी. ठाकुर (राष्ट्रीय प्रोफेसर) पंतनगर (उत्तराखण्ड), डॉ. नरेन्द्रसिंह राठोड़ (कुलपति जोबनेर कृषि विश्वगविद्यालय) जोबनेर, डॉ. एम. श्याउम गुजरात, डॉ. के. के. सिंह (सहायक महानिदेशक) नई दिल्ली, डॉ. वी. एम. मेंनदे (पूर्व कुलपति) आकोला महाराष्ट्र, डॉ. वी. के. तिवारी खड़गपुर (पश्चिम बंगाल)।