उदयपुर में देश का तीसरा केन्द्र
उदयपुर। प्रौद्योगिकी एवं अभियान्त्रिकी महाविद्यालय के फार्म मशीनरी एवं पावर अभियान्त्रिकी विभाग में फार्म मशीनरी परीक्षण केन्द्र व नवीनीकरण ऊर्जा अभियान्त्रिकी विभाग में बायोमास चूल्हा परीक्षण केन्द्र का उद्घाटन महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्ववविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल ने किया।
प्रो. गिल ने महाविद्यालय को विश्वकविद्यालय की रीढ़ की हड्डी बताते हुए कहा कि ऐसे परीक्षणों से बाजार में उच्च गुणवता वाली मशीनरी व चूल्हों की उपलब्धता बढ़ेगी जिससे ऊर्जा की बचत होगी। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. बी .पी. नन्दवाना ने बताया कि इस तरह के परीक्षण केन्द्र पूरे देश में सिर्फ तीन स्थानों पर हैं। इससे उदयपुर केन्द्र के महत्व का पता चलता है। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वरविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. पी. एल. मालीवाल ने बताया कि इस केन्द्र से अभी तक 200 से अधिक मशीनरी टेस्ट हो चुकी है। इनमे से कुछ मशीनरी देश के अन्य राज्यों जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व उत्तदरप्रदेश से भी आई है। बायोमास चूल्हा परीक्षण केन्द्र के प्रभारी डा. ए. के. कुरचानिया ने केन्द्र सरकार को आर्थिक सहायता के लिए धन्यवाद दिया। फार्म मशीनरी परीक्षण केन्द्र के प्रभारी डा. वाई. सी. भटट् ने बताया कि कुलपति ने फोल्डर का विमोचन भी किया जिसमें फार्म मशीनरी के परीक्षण संबधी जानकारी दी गई है।