देश में प्रतिवर्ष 2 करोड़ की मृत्यु और मात्र 25 हजार ही नेत्रदान
उदयपुर। प्रतिवर्ष 13 अगस्त को मनोय जाने वाले अंगदान दिवस की पूर्व संध्या पर आज रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर हेरिटेज एवं रयान इंटरनेशनल स्कूल के संयुक्त तत्वावधान मेंत्रेयान इन्टरनेशनल स्कूल में बच्चों को जागरूक करने के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
दंत रोग विशेषज्ञ एवं क्लब निदेशक डॉ.मनु बंसल ने बताया की मानव की किडनी, लीवर और स्कीन का प्रत्यारोपण संभव है। वर्तमान में हो रहे नये-नये अविष्कारों के कारण भविष्य में और भी अंगो का प्रत्यारोपण संभव हो पायेगा। अलख नयन मंदिर हॉस्पिटल से डॉ. शिखा तनेजा और डॉ. कृष्णा सिंह ने बच्चों को ऑर्गन डोनेशन और खासकर नेत्रदान के बारे में बताया। डॉ.शिखा तनेजा ने बताया की भारत में अब भी 3,20,000 बच्चे अंधेपन से ग्रसित है। इसमें 40 प्रतिशत का ईलाज या बचाव संभव है। उदयपुर जिले में 10 लाख से अधिक बच्चे हैं जिसमें करीब 800 बच्चे अंधत्व का शिकार हैं। इनमें से बहुत सो का ईलाज संभव है। यदि उन्हें समय रहते नेत्रदान द्वारा कॉर्निया प्रत्यारोपण कराया जाये तो उनके नेत्र को रोशनी मिल सकती है। हमारे यहाँ करीब 11 लाख द्रष्टिहीन लोग कॉर्निया की प्रतीक्षा कर रहें है। नेत्रदान से दो व्यक्तियों के जीवन में उजाला लाया जा सकता है। उन्होनें बताया की भारत में कुल 2 करोड़ लोगों की मृत्यु होती है और उसमें से मात्र 25 हजार लोग ही नेत्रदान करते हैं।
क्लब अध्यक्ष दीपक सुखाडिय़ा नेबताया कि अंत में बच्चों ने प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासाओं को शान्त किया। अंत में स्कूल प्रिंसिपल पूनम राठौड़ ने धन्यवाद् ज्ञापित किया। बच्चों को इस दिन के महत्व के बारे में बताया और नेत्रदान के पोस्टर का विमोचन किया। इस अवसर पर क्लब से राजेश भटनागर, अनुभव लाडिया, आशीष बांठिया, सुयल, सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।