राजस्थान में पहली बार कन्वेंशन पेसिफिक में
उदयपुर। एसोसिएशन ऑफ फार्मास्यूटीकल टीचर्स ऑफ इण्डिया, राजस्थान स्टेट ब्रांच की ओर से उदयपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन 13 फरवरी को होगा। एमर्जिंग ट्रेंड्स इन फार्मास्यु टिकल एज्यूयकेशन रिसर्च एंड रेगुलेटरी अफेयर्स विषयक कन्वेंशन में देश भर के विशेषज्ञ भाग लेंगे।
पेसिफिक यूनिवर्सिटी के पेसिफिक कॉलेज ऑफ फार्मेसी की ओर से आयोजित कन्वेंशन के उद्द्याटन समारोह के मुख्य अतिथि एसोसिएशन ऑफ फार्मास्यूटीकल टीचर्स ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष महेश बुरांडे और विशिष्ट अतिथि फार्मेसी कॉन्सिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रो. बी. सुरेश और पेसिफिक यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट प्रो. बीपी शर्मा होंगे। इस सत्र में प्रदेश के 35 फार्मेसी महाविद्यालयों के प्रिसिंपल भाग लेंगे। कन्वेन्शन के अध्यक्ष डॉ. इन्द्रजीत सिंघवी, अधिष्ठाता फार्मेसी संकाय, पेसिफिक यूनिवर्सिटी व संयोजक डॉ. कमल सिंह राठौड़, प्रोफेसर बीएन इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी है।
“राजएप्टीकोन 2015” नाम के कन्वेंशन में राजस्थान के साथ हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली,कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश के फार्मास्यूटीकल टीचर्स और विद्यार्थी भाग लेंगे। दो दिवसीय कार्यक्रम में अब तक आठ सौ से ज्यादा रजिस्ट्रेाशन हो चुके हैं। कन्वेशन के दौरान 250 शोध पत्रों को प्रस्तुत किया जायेगा। अध्यक्ष डॉ. इन्द्रजीत सिंघवी ने कहा कि एसोसिएशन ऑफ फार्मास्युटिकल टीचर्स ऑफ इण्डिया, राजस्थान स्टेट ब्रांच की ओर से राजस्थान में पहली बार इतने बडे़ कन्वेंशन का आयोजन किया जा रहा है और इसके लिए उदयपुर को इसलिए चुना गया है क्योंकि उदयपुर शहर आने वाले समय में फार्मा हब बनने को अग्रसर हैं। उदयपुर में दो अन्तर्राष्ट्रीय फार्मा कम्पनियॉ केडिला और मेनकाइण्ड आठ सौ करोड़ का निवेश कर रहीं है इसके लिए उन्होंने काम भी शुरू कर दिया है। डॉ. सिंघवी ने कहा कि यहां पर राजस्थान राज्य में फार्मा क्षेत्र के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने की कार्ययोजना तैयार की जायेगी। डॉ.सिंघवी ने बताया कि ओपन स्कूल के विद्यार्थियों को मेडिकल और नर्सिंग क्षेत्र में प्रवेश लेने की स्वीकृति है लेकिन फार्मेसी कोर्स में प्रवेश से वंचित रखा जाता है । अतः कन्वेंशन में वार्ता के पश्चात् फार्मेसी में भी ओपन स्कूल के विद्यार्थियों को प्रवेश लेने की स्वीकृति के लिए सरकार को मांग भेजी जाएगी।
कन्वेशन के उद्घाटन सत्र में फार्मेसी कॉन्सिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रो. बी. सुरेश फार्मेसी के क्षेत्र में होने वाले नवाचार, शोध और कौन्सिल के नये नियमों के बारे में जानकारी देंगे साथ ही वे कॉन्सिल की भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डालेंगे। प्रो. सुरेश सरकारी क्षेत्र में रिक्त पड़े फार्मा पदों पर भर्ती के लिए एक रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजने के लिए प्रस्ताव रखेंगे जिसे स्वीकृति के बाद सरकार को प्रेषित किया जाएगा। चूंकि राजस्थान में फार्मासिस्ट की 10 हजार से ज्यादा सीटें खाली है लेेकिन सरकार की ओर से भर्ती नहीं की जा रही है। वहीं एसोसिएशन ऑफ फार्मास्यूटीकल टीचर्स ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष प्रो. महेश बुरांडे फार्मास्यूटीकल टीचर्स की समस्याओं और समाधान पर प्रकाश डालेंगे। प्रो. बुरांडे फार्मा टीचर्स के कौशल विकास को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव देंगे साथ ही विद्यार्थियों की इस क्षेत्र में रूचि बढ़ाने के लिए विचार प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा औरंगाबाद से प्रो. वि. के. मौर्य, पेटेन्ट इर्न्फोमेशन एक्सपर्ट राहुल तनरेजा फार्मा क्षेत्र में हो रहे नवाचार के बारे में जानकारी देंगे।