विद्यापीठ-जानी ट्रेफिक नियमों की महत्ता
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय तथा आधार फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में सडक सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम के तहत शनिवार को आयोजित सेमीनार की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एसएस सांरगदेवोत ने कहा कि सडक पर सावधानी ही वाहनचालकों की सुरक्षा है। चालक सावधानीपूर्वक वाहन को चलावें अनियन्त्रित वाहन को चलाना दुर्धटना को आमन्त्रित करना है।
दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग करे तो दुर्घटना में लगभग 50 फिसदी दुर्घटना को रोका जा सकता है। उन्होने कहा कि तेज गति से वाहन चलाने खराब मौसम वाहनो में खराबी होने नशे में वाहन चलाने, ट्रेफिक नियमों का पालन न करने से सड़क दुर्घटनाएं होती है।
मुख्य अतिथि कुलप्रमुख बीएल गुर्जर ने कहा कि वाहन को सावधानीपूर्वक चलावें न कि बहादुरी के लिए चलाऐ। उन्होने कहा कि आज अशिक्षित वर्ग की वजह से सडक दुर्धटनाऐं हो रही है जो कि न तो लाईसेन्स के बारे में और न ही लाईसेन्स की प्रक्रिया के बारे में जानतें हैं। वे सिर्फ ऐजेन्ट के माध्यम से पैसा देकर लाईसेन्स बनवा लेते है। उम्र से पहले बच्चों को वाहन नही दिलाना चाहिये तथा आम लोगों में यातायात नियमों की जानकारी होनी चाहिए।
विशिष्ट अतिथि रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल ने कहा कि आज विकसित राष्ट्रों में तो यातायात नियमो की प्रति आमजन में जागरूकता है लेकिन विकासशील देशों में जिनमें भारत शामिल है यहाँ ट्रेफिक नियमों के प्रति जागरूकता का अभाव है। हमने अपने यहा तो एक्सप्रेस हाईवे सिक्सलेन, फोरलेन रोड़ तथा लेन सिस्टम तो बना दिये है लेकिन हाईवे इन लेन सिस्टम पर किस तरह से चलना है उस नियम की जानकारी नही है। इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण करने से काम नही चलने वाला। प्रत्येक वाहन चालक को नियम के प्रति जानकारी रखना जरूरी है। विशिष्ट अतिथि आधार फाउन्डेशन के नारायण लाल जाट, निदेशक डॉ मन्जु माण्डोत, प्रो. जीएम मेहता, दिनेश तिवारी, हीरालाल चौबीसा ने भी विचार रखे। संचालन डॉ. मन्जु माण्डोत ने किया। धन्यवाद दिनेश तिवारी ने दिया। इस सेमीनार में छात्रों और कार्यकर्ताओं से सडक सुरक्षा जागरूकता के फार्म भरवा कर प्रश्नोत्तरी की गई व विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।