आईआईएमयू में स्पंदन 2016
उदयपुर। भारतीय प्रबंधन संस्थान उदयपुर ने वार्षिक एचआर कॉन्क्लेव ‘स्पंदन’ का आयोजन किया। मानव संसाधन के विषय पर केंद्रित इस निर्वाचिका सभा का यह चौथा संस्करण है। कार्यक्रम संस्थान के मानव संसाधन क्लब, ध्रुवा द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं के व्याख्यान के पश्चात पैनल चर्चा हुई।
शुरुआत संस्थान के निदेशक प्रो. जनत शाह के संबोधन से हुई। उन्होंने आईआईएम उदयपुर के तीन स्तंभों का व्याख्यान किया। शिक्षा, अनुसंधान व समुदाय के हित के लिए समर्पण। स्पंदन का आगाज़ सोसायटी जनरल एंड वॉऊ के वरिष्ठत उपाध्यंक्ष जतिंदर सलवान के वक्तपव्यक से हुआ। उन्होंने बताया कि कैसे एक पीढ़ी के बनाए तौर तरीके अगली पीढ़ियों ने अपनाए हैं। उन्होंने बताया कि किस तरह आज संगठनों में पदोन्नति श्रेणीबद्ध न होके योग्यता पर निर्भर करती है।
अगले वक्ता टाटा मोटर्स के सीएलओ डॉ मुकुंद व्यास ने बताया किस तरह लीडर को नम्र तथा ज़मीन से जुड़ा हुआ होना चाहिए। एसबीआई के जीएम (प्रचार और भर्ती) प्रदीप मेहरोत्रा ने समझाया कि कैसे आज की कंपनियों में संचार व संपर्क के मायने नई पीढियों के अनुकूल हो गए हैं। माइक्रोलैंड के उपाध्यंक्ष सुजितेश दास का कहना था कि आगामी पीढ़ियों की आकांक्षाओं का अवलोकन भी बहुत महत्वपूर्ण है।
“डेविल बनाम डीप सी” : प्रथम वक्ता ईएक्सएल सर्विस की उपाध्यक्ष (मानव संसाधन) इंदु कपूर ने कार्य जीवन संतुलन को बनाए रखने में आने वाली चुनौतियां बताते हुए कहा कि किस प्रकार दफ्तरों व घरों की दीवारें बहुत तीव्र गति से ढहती जा रही हैं। यूक्लिप के एचआर प्रमुख पारितोष शुक्लाने लर्निंग व अनलर्निंग की प्रक्रिया का महत्व बताया। उनके अनुसार नेटवर्किंग में निवेश कर सभी को समूची व्यापार का एक समग्र चित्र दिखाई पड़ता है। टीपीजी होलसेल प्राइवेट लिमिटेड में मुख्य मानव संसाधन अधिकारी पीयूष दत्त ने बताया कि व्यवसाय व मानव संसाधन एक दूसरे के विपरीत न होकर व्यापार की सफलता के मार्ग मे एक दूसरे के पूरक हैं। अमेरिकन एक्सिप्रेस इंटरनेशनल की हेड एचआर मनु नारंग ने बताया कि किस तरह आज मैनेजरों के लिए विश्लेषणात्मक क्षमता बहुत अनिवार्य हो गयी है। उनके अनुसार पार कार्यात्मक बहुमुखी प्रतिभा आज के समय में बहुत ही महत्वपूर्ण योग्यता है। दोनों ही चर्चाओं के पश्चात सभी छात्रों और वक्ताओं के बीच बातचीत हुई जिसमें छात्रों ने पैनल के समक्ष अपनी जिज्ञासाओं को रखा और मानव संसाधन के विषय संबंधित ज्ञान प्राप्त किया। समापन प्रो. जनत शाह द्वारा सभी अतिथियों का अभिनन्दन करने से हुआ।