फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट, पेसिफिक युनिवर्सिटी एवंभारतीय लेखा परिषद, उदयपुर शाखा के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम का आयोजन शुरू हुआ।
उद्घाटन सत्र में भारतीय लेखा परिषद, उदयपुर शाखा के अध्यक्ष, प्रो. जी. सोरल ने बिजनेस साइम्युलेशन की उपयोगिता पर प्रकाश डालते शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों पर चर्चा की तथा उन्होंने फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम की आवश्यकता इसके द्वारा देश तथा शैक्षणिक जगह में होने वाले बौद्धिक विकास पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि साइम्युलेशन के द्वारा, बिजनेस होने वाले परिवर्तनों को ध्यान में रखकर भविष्य के व्यावसायिक प्रबन्धक तैयार किए जा सकते है।
फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट डीन, प्रो. महिमा बिड़ला ने तीन दिवसीय कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने कहा की आज इस विषम परिस्थिति में बिजनेस साइम्युलेशन की बढ़ती आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि साइम्युलेशन किस प्रकार से वास्तविकपरिस्थितिमेंजाने से पहले ही व्यक्ति विशेषको उस परिस्थति में अपने आपको ढालकर निर्णय करने में सहायता प्रदान करता है।ताकि निर्णायक बिना गलतिया ंकिए हुए निर्बोध रूप से निर्णय ले सकें।
इस प्रोग्राम में बैंगलोर, हैदराबाद, मुम्बई आदि शहरों के ख्यातनाम विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों ने भाग लिया।कार्यक्रम में प्रो. शुरवीर सिंह भाणावत, सचिव, भारतीय लेखा परिषद, उदयपुर शाखा, डा. शिवोहम सिंह, उदित वार्षेण्य, अली यावर रेहा उपस्थित थे। प्रथम दिन प्रशिक्षक डा. शिवोह्म सिंह ने बिजनेस साइम्युलेशन के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारीदी। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में साइम्युलेशन के प्रायोगिक बिन्दुओं पर प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम संयोजक डा. पुष्पकान्त शाकद्वीपी ने धन्यवाद दिया।