उदयपुर। पेसिफिक विश्वविद्यालय में ’21 वीं सदी में रसायन विज्ञान के उभरते क्षितिज’ पर दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेस स्नाकोत्तर अध्ययन एंव रसायन विभाग द्वारा आयोजित की गयी। कॉन्फ्रेंस के मुख्य अतिथि पेसिफिक समूह के अध्यक्ष प्रों. बीपी शर्मा ने बताया कि जिंक को कैसे प्राप्त किया जाये। यह सिर्फ भारतीयों को ही मालूम था और जिंक को यशद कहा जाता है तथा हमारे प्राचीन शास्त्र में लिखा है ’ताम्र यस प्रदयाते इति यसदह’
पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रो. हेमन्त कोठारी ने सभी जीतने वालों को बधाई देते हुए कहा कि यह कॉन्फ्रेस निश्चित रूप से 21वीं सदी के सभी शौधार्थी एंव युवा वैज्ञानिकों को आयाम प्रदान करेंगी। कोटा विश्वविद्यालय की डॉ. नीलू चौहान ने हाइड्रोजन गैस के उत्सर्जन की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि जल के अणु को तोडकर उत्सिर्जित गैस का उपयोग ईन्धन के रूप में किया जा सकता है। उतर गुजतरात विश्वविद्यालय की प्रों. संगीता शर्मा ने मनोभं्रश के लिए जिम्मेदार मानव टाउ प्रोटीन ,हर्बल पौधों से प्लेवेनोइड्स की आणविक क्षमता और चिकित्सा दक्षता पर प्रकाश डाला। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की प्रों. उमा शर्मा ने सुक्ष्मीय पदार्थ के निर्माण के लिए अति आणविक रसायन विभाग का टूलकिट के रूप में उपयोंग से संबंधित जानकारी साझा की व बताया कि 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए अति आणविक व नैनोंटेक्नोलोजी बहुत कारगर सिद्व होगी।
लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय जालधंर के प्रों. एस.रविचन्द्रन ने हरित रसायन के माध्यम से ग्लोबल वार्मिग पर नियंत्रण पर आमंत्रित व्याख्यान दिया। इन्हांेने ने बताया कि सतत भविष्य के विकास में हरित रसायन महत्वपूर्ण स्तभ की भूमिका प्रदान कर रहा है। इस कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश के विभिन्न 247 शोधार्थीयों एंव वैज्ञानिकों ने भाग लिया तथा 138 पोस्टर एंव 35 मौखिक शोध पत्रों को प्रस्तुतिकरण किया गया। पोस्टर प्रस्तुतिकरण में वरिष्ठ वैज्ञानिक श्रैणी में दिनेश बोरासी, ,शैलेष कुमार पटेल, ,अमित शर्मा तथा कनिष्ठ वैज्ञानिक श्रैणी में शैली शर्मा , प्रियंका कुवंर राव , काजल शकील महाबारी तथा निधी पाठक को पुरस्कृत किया गया।
मौखिक शोध प्रस्तुतीकरण में वरिष्ठ वैज्ञानिक में मितल ठक्कर, नितिन चौधरी, पारस कुमार, जिगेश शाह, तथा कनिष्ठ वैज्ञानिक श्रैणी में सौरव कुमार मैती, चारूल पालीवाल और गौरी शुक्ला को पुरूस्कृत किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में प्रों.बी.पी. शर्मा, प्रों. हेमन्त कोठारी, प्रों.एस.सी. प्रो. दिलेन्द्र हिरन, आमेटा, प्रों. रामेश्वर आमेटा तथा प्रो. रक्षित आमेटा मौजूद थे। समारोह के अन्त में विज्ञान संकाय के डीन प्रों. रामेश्वर आमेटा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन प्रों. नीतू शोरगर ने किया।