उदयपुर लेकसिटी राउण्ड टेबल इण्डिया ने 20 लाख की लागत से कराए निर्माण
Udaipur. राउण्ड टेबल इण्डिया की स्थानीय शाखा उदयपुर लेकसिटी राउण्ड टेबल-206 द्वारा 20 लाख की लागत से बडग़ांव स्थित विद्यानिकेतन उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में 4 कक्षाकक्षों, दो शौचालय समूहों व एक प्रधानाध्यापक कक्ष का नवनिर्माण कराया जिनका आज समारोह में लोकार्पण कर इन्हें विद्यालय प्रशासन को उपयोग के लिए सौंपा।
मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर बी. आर. भाटी ने उपरोक्त नवनिर्माण का लोकार्पण करने के पश्चात आयोजित समारोह में कहा कि ऐसे स्थायी प्रोजेक्ट नींव की ईंट कहे जाते हैं। इन प्रोजेक्ट से वर्षो तक विद्यार्थी श्रेष्ठ अध्ययन कर अपना भविष्य संवार सकेंगे। बहुत कम ऐसी स्वयंसेवी संस्था होती हैं जो परहित का ध्यान रखते हुए उनके कल्याण के लिए स्थायी प्रोजेक्ट पर कार्य करती हैं।
एनएसटी टेबलर दीपक मेण्डा ने कहा कि उदयपुर लेकसिटी राउण्ड टेबल ने उक्त प्रोजेक्ट पूर्ण कर देश में राउण्ड टेबल का नाम किया है। राउण्ड टेबल ने अब तक देश भर में 1700 सकूलां व 25वव कक्षाकक्षों के निर्माण पर 118 करोड़ रूपयें व्यय किये है। वर्ष 2020 तक 17500 स्कलों का निर्माण एंव 45 लाख बच्चों को शिक्षा से जोडऩे का लक्ष्य रखा है। प्रोक्टर एण्ड गेम्बल कंपनी के राज्य के वितरक राकेश नागपाल ने कहा कि सालाना 6 हजार करोड़ का टर्नऑवर करने वाली पीएण्डजी ने शिक्षा पर 22 करोड़ रूपयें व्यय किये है।
विद्या भारती स्कूल के व्यवस्थापक रमेश शुक्ला ने कहा कि विद्या भारती संस्थान देश की युवा पीढ़ी को शिक्षा के जरिये संस्कारवान बनाने हेतु कार्य कर रही है। परियोजना संयोजक टेबलर संजय दक ने बताया कि आरटीआई गोल्डन जुबली एफटीआई स्कूल ब्लॉक योजना के अन्तर्गत पीएण्ड जी शिक्षा एंव राउण्ड टेबल इण्डिया फाउण्डेशन के आर्थिक सहयोग से कराया गया। उपरोक्त सभी कक्षाकक्षों व शौचालयों का नवनिर्माण कराया गया।
फर्नीचर हेतु 50 हजार का योगदान – उदयपुर लेकसिटी लेडिज सर्किल ने विद्यालय में फर्नीचर निर्माण हेतु 50 हजार रुपए देने की घोषणा की।
इस अवसर पर एरिया-5 के चेयरमेन टेबलर मोहित आर्य, एनपीसी टेबलर तुषार अग्रवाल, स्थानीय शाखा लेकसिटी राउण्ड टेबल के चेयरमेन पंकज दुगड़, पूर्व चेयरमेन गौतम हिंगड़, विद्याभारती जोधपुर के सुरेश कोठारी, तेजसिंह छाजेड़ सहित विद्या निकेतन स्कूल के पदाधिकारी, एंव यूएलआरटी के सदस्य उपस्थित थे। समारोह में विद्यालय की बालिकाओं ने समूह नृत्य की प्रस्तुतियां दी। अंत में संजय दक ने धन्य वाद दिया। विद्यालय में इस निर्माण में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से योगदान देने वालों को भी सम्मानित किया गया।