रोटरी क्लब उदयपुर व हिन्दुस्तान जिंक-वेदान्ता ग्रुप के तत्वावधान में डायबिटीज मेला
उदयपुर. जीवनचर्या, खानपान, मोटापे पर यदि ध्यान नहीं दिया जाय तो हर उम्र में डायबिटीज की आशंका है। कुछ वर्षो में यह रोग युवाओं को शिकंजे मे लेने लगा हे जो न केवल उनके परिवार वरन् राष्ट्र के लिये भी घातक है। रोटरी क्लब उदयपुर व हिजिंलि-वेदान्ता ग्रुप के तत्वावधान में टाउनहॉल प्रागंण एंव सुखाडिय़ा रंगमंच पर मधुमेह एंव हार्मोन रोग विशेषज्ञ डॉ. डी. सी. शर्मा के नेतृत्व में विश्व मधुमेह दिवस के पूर्व दिवस पर नि:शुल्क डायबिटीज मेला शिविर लगाया गया। जिसमें इस बार डायबिटीज मेले के अवलोकन करने वाले रोगियों एंव अन्य व्यक्तियों की संख्या 7 हजार से अधिक तक पहुंच गई जबकि 20 काउन्टर पर 5 हजार से अधिक रोगियों ने खाली पेट मधुमेह की नि:शुल्क जांच करायी.
डॉ. डी. सी. शर्मा ने बताया कि रोगियों को मधुमेह रोग से होने वाले विभिन्न रोगों की जानकारी देने हेतु विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ पैनल डिस्कशन भी रखा गया, जिसमें ह्दय रोग विशेषज्ञ, गुर्दा रोग, जनरल सर्जन, नैत्र रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ सहित स्थानीय एंव बाहर से आये 15 चिकित्सकों ने रोगियों की समस्याओं का समाधान किया गया एंव मधुमेह रोग होने के पश्चात बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत कराया। रंगमंच पर रोगियों के लिए आर्ट ऑफ लिविंग की उदयपुर शाखा की ओर से रोगियों को सुदर्शन क्रियाएं एंव योगाभ्यास कराया गया।
लघु नाटिकाओं का मंचन-प्रख्यात रंगकर्मी विलास जानवे के नेतृत्व में रंगमंचीय कलाकारों द्वारा रोगियों को ज्ञानवर्धक जानकारी देने एंव तदुंरूस्त रहने के लिए आयोजकों की ओर से मनवार रा काचा और इसमें धन्यवाद की क्या बात है नामक लघु नाटिकाओं का मंचन किया गया। मधुमेह रोगी चित्तौडग़ढ़ के अनवर भाई ने आर्केस्ट्रा के साथ रोगियों को मधुमेह से लड़ाई लडऩे के लिये प्रोत्यसाहित करने हेतु कुछ गीत प्रस्तुत किये।
मधुमेह रोगियों को जांच कराने के पश्चात क्लब की ओर से सभी रोगियों को अल्पाहार के रूप में नि:शुल्क अंकुरित मूंग-चना, मेरीगोल्ड बिस्किट, बिना तेल की वेफर्स तथा शक्कर रहित चाय दी गई। रोगियों को प्रति दिन खान-पान में ध्यान रखने के लिए गृह विज्ञान महाविद्यालय की छात्राओं की ओर से दो काउन्टर पर उन सभी खाद्य वस्तुओं की प्रदर्शन किया गया जिन्हें रोगियों को लेना चाहिये या नहीं या कितनी मात्रा में लेना चाहिये।
रोगियों को ये खाना चाहिये : तुअर दाल, मूंग-उड़द दाल, काबुली चना, मौठ, सुखी मटर, राजमा,बेसन,पालक,हरा धनिया, पत्ता गोभी, खरबूजा, दही, पाइनेपल, एपल, अण्डा, टमाटर, गाजर आदि.
ये नहीं खाना चाहिये : आम, अंगूर, केला, शहद, सोफ्ट ड्रिंक, मिठाई, पेस्ट्री, चोकलेट, जेम इत्यादि।
ये कभी-कभार खा सकते है : काजू, चावल, ब्रेड, बटर, कचोरी, समोसा, आलूबड़ा, मीट, मछली, चुकंदर इत्यादि।
क्लब अध्यक्ष डॅा. निर्मल कुणावत ने कहा कि मधुमेह से बचाव ही उसका इलाज है. सचिव गिरीश मेहता ने शिविर को सफल बनाने के लिए डॉ. शर्मा एंव उनकी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया.
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