उदयपुर। किसी भी राष्ट्र के अच्छे नागरिक उस राष्ट्र की धरोहर हैं, अतः अच्छे नागरिक बने। जीवन निर्वहन की तलाश जोब है जबकि जिंदगी की तलाश केरियर है। आप जीवन में केरियर को महत्व दें जिससे आपका जीवन विश्व में महक सके।
सही सोच, सही दिशा एवंसही समय मंजिलें तय कर देती हैं, अतः सही का जीवन में चयन करें। इसी सही के चयन से आप परिपक्व होंगे। जीवन पतंग की तरह है, इसे उड़ाना सीखें। अपने जीवन को आन्तरिक शक्तियों से युक्त करें, कौशलों को अपनाओ, अपनी सोच को बढ़ाओ, तभी जाकर के आप अपने राष्ट्र की धरोहर के रूप में आगे बढ़ सकेंगे। यदि आज के नागरिक में सीखने की ललक नही है तो वह लम्बे समय तक टिक नहींपाएगा।अतः आपसीखने की अभिवृत्ति अपने में विकसित करें। बहाने न बनाकर स्वयं को जाने, अपनों को जाने और नित आगे बढें। यह विचार, केरियर परामर्श, विषयक प्रसार व्याख्यानमाला के अन्तर्गत डॉ. डी. के. वर्मा स्टेट केरियर परामर्शक, लखनउ-उत्तरप्रदेश ने जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय डबोक में दिए।
प्राचार्य डॉ. शशि चित्तौड़ा ने स्वागत एवं परिचय प्रदान किया। प्रसार व्याख्यानमाला में एमएड, बीएड-बीएड (बाल-विकास) एसटीसी के छात्राध्यापकों ने सवांद के माध्यम से केरियर निर्देशन एवं परामर्श प्राप्त किया। मुख्य वक्ता डीके वर्मा स्टेट केरियर परामर्शक, लखनउ-उत्तर प्रदेश थे। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. शशि चित्तौड़ा ने की। साथ ही डॉ. देवेन्द्रा आमेटा, डॉ. सरोज गर्ग, डॉ. प्रेमलता गांधी, डॉ. रचना राठौड़, डॉ. अमि राठौड़ के साथ समस्त संकाय सदस्य उपस्थित थे। संचालन डॉ. वृन्दा शर्मा ने एवं आभार ज्ञापन डॉ. देवेन्द्रा आमेटा ने किया।