उदयपुर। भारत सरकार के प्रमुख चिकित्सा शिक्षण संस्थान नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (छठम्), न्यू दिल्ली द्वारा हाल ही में वर्ष-2022 से विदेशी चिकित्सकों के लिये दो वर्षीय चिकित्सा प्रशिक्षण देने हेतु फेलोशिप इन न्यूरोवास्कुलर इंटरवेंशन में प्रवेश प्रारम्भ किया है।
जैसा कि सर्वविदित हैं कि भारतीय चिकित्सक पुरे विश्व में चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी रहे हैं चाहे वह अमेरिका, इंग्लैंड, यूरोप या मिडिल ईस्ट देश हो, पहले भारतीय चिकित्सकों को मूलभूत आधुनिक चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते, आधुनिक चिकित्सा प्रशिक्षण के लिये विदेशों में जाना पड़ता था, चूँकि आज देश में बेहतर चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर चाहे वह मशीन की बात हो या कुशल चिकित्सक की उपलब्धता, दोनों ही आज भारत में उपलब्ध हैं।
संस्थान चेयरपर्सन राहुल अग्रवाल एवं प्रीति अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा इस चयन का आधार संस्थान में उपलब्ध आधुनिक चिकित्सा उपकरण बाई प्लेन न्यूरो कैथलेब, ऑपरेशन थिएटर, आई सी यु, अस्पताल द्वारा उपचारित मरीजों की संख्या, रेजिडेंट हॉस्टल, कॉलेज लाइब्रेरी और अनुभवी चिकित्सकों की उपस्थिति रहा हैं।
संस्थान सीईओ शरद कोठारी ने बताया की भारत में प्रथम बार छठम् की ओर से विदेशी चिकित्सकों हेतु कुछ चुनिन्दा चिकित्सा सुपर स्पेशलिटी में प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया हैं। जिसके तहत न्यूरो इंटरवेंशन में देश के दो चिकित्सा शिक्षण संस्थान को नामांकित किया गया हैं। उदयपुर के लिये यह हर्ष व गौरव का विषय हैं कि उदयपुर में न्यूरो इंटरवेंशन के दो वर्षीय प्रशिक्षण के लिये पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के न्यूरो साइंस विभाग को चुना गया हैं, जिसमे विभागाध्यक्ष डॉ. अतुलाभ वाजपेयी इन विदेशी चिकित्सकों को दो वर्षीय प्रशिक्षण न्यूरो इंटरवेंशन में देंगे। जिससे हमारे द्वारा प्रशिक्षित चिकित्सक अपने देश में जा कर मरीजों को चिकित्सा उपचार दे सकेंगे।