गोवर्धन सागर से मिलेगा एक और पर्यटन स्थल
Udaipur. गोवर्धन सागर एवं उसके आसपास क्षेत्र के सम्पूर्ण विकास की परियोजना के क्रम में बुधवार को शहर विधायक गुलाबचन्द कटारिया ने विकास कार्यों का शिलान्यास किया। गोवर्धनसागर के बीच स्थित टापू को जहाज की आकृति देने का काम अंतिम चरण में है।
कटारिया ने कहा कि झीलों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध उदयपुर पर्यटन उद्योग पर ही निर्भर है और गोवर्धन सागर के विकसित होने से पर्यटकों की आवाजाही तो बढेगी ही पर्यटन व्यवसाय को भी मजबूत आधार मिलेगा। महापौर रजनी डांगी ने बताया कि जहाज के प्रथम तल पर पन्नाधाय दीर्घा का निर्माण किया गया है जबकि द्वितीय तल पर पैन्ट्री और तृतीय तल पर डेक हाउस निर्मित किया गया है । उन्होंने बताया कि 357.54 लाख रू0 की लागत वाली इस परियोजना में जिन विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया है उनकी लागत 1.20 करोड़ होगी। इन कार्यों में गोवर्धन सागर स्थित स्वर्ण जयन्ती पार्क के पश्चिमी भू-भाग पर एक भव्य पार्क विकसित किया जा रहा है। इस पार्क के चारों और दिवार का निर्माण कर दिवार के सहारे-सहारे आकर्षक पाथ-वे बनाया जाएगा। पार्क में दो पुलियाओं को आपस में जोड़ते हुए केनाल का प्राकृतिक दृश्य भी उपस्थित करने का प्रयास होगा। पार्क के उतर-पूर्वी उॅचाई वाले भाग में वुडन स्ट्रेक्चर की एक झोपड़ी बनायी जायेगी। इसमें भ्रमणार्थी व पर्यटक गोवर्धन सागर और इस पार्क के विहंगम दृश्य को निहार सकेंगे। दक्षिणी-पूर्वी भाग जो समतल है उसमें बच्चों के खेल उपकरण लगाये जाएंगे। पार्क का प्रवेश द्वार बारादरी के आकार का होगा। गोवर्धन सागर व पार्क के मध्य भी बारादरी का निर्माण कराया जायेगा।
निर्माण समिति अध्यक्ष प्रेमसिंह शक्तावत ने बताया कि टापू पर विकसित किये गये जहाज की भव्यता को दर्शाने के लिये एक हाई मास्ट लाईट लगाने के साथ ही गोवर्धनसागर रिंग रोड पर रिटेनिंग वॉल व आर.सी.सी.बंशी का निर्माण कार्य भी करवाया गया है। कटारिया ने पिछोला-फतहसागर लिंक नहर से मोती मगरी तक नगर निगम की ओर से नवविकसित पार्क का शिलान्यास किया। महापौर रजनी डांगी ने बताया कि लगभग 500 मीटर क्षेत्र में बनने वाले इस पार्क पर 62 लाख रू0 खर्च किये जायेगें। उन्होंने बताया कि यह पार्क लेण्ड स्केपिंग की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण होगा। इसमें पर्यटकों के बैठने की आराम दायक व्यवस्था भी सुनिश्चित की जायेगी । इसमें मेवाड़ी शैली पर आधारित चार छतरियों व पाथ-वे का निर्माण किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में समाजसेवी दिनेश भट्ट, प्रमोद सामर, नानालाल वया, राजेन्द्र बोर्दिया, चन्दर सिंह कोठारी, अलका मून्दड़ा, प्रकाश कुमावत, भगवानलाल खारोल, निगम की विभिन्न समितियों के अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा, कमलेश जावरिया, सत्यनारायण मोची, कविता मोदी, पार्षद गंगाराम तेली, मोहन देवी, अजय पोरवाल, निगम के अधिशासी अभियन्ता नीरज माथुर, उद्यान अधीक्षक विष्णु माथुर, सहायक अभियन्ता मनीष अरोड़ा, शशिबाला सिंह आदि उपस्थित थे।