उदयपुर। दी इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के उदयपुर सेंटर द्वारा 22 मार्च 2016 को सायं 6.00 बजे दि इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया, उदयपुर लोकल सेंटर के सभागार में पानी और नौकरियां विषय पर विश्व जल दिवस मनाया गया।
मुख्य अतिथि मेयर चन्द्रसिंह कौठारी ने कहा कि निगम उदयपुर के समस्त नागरिकों को पर्याप्त तथा शुद्ध जल मिले एवं सर्वत्र स्वछता हो इसके लिए पूर्ण रूप् से तत्पर है। उन्होने कहा कि जल को बचाना ही जल का उत्पादन है। उदयपुर को स्माूर्ट सिटी बनने के लिए शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम द्वारा किये गये प्रयासों पर समुचित प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ताक विद्या भवन पोलोटेक्निक कालेज के प्रिसिंपल अनिल मेहता ने विस्तृत प्रजेटेशन से विचार रखते हुए बताया कि रोजगार, उद्यमिता तथा उत्पादकता के लिए स्वच्छ व पर्याप्त जल एक मूल आवश्यकता है। उदयपुर सहित पूरे देश की एक बडी आबादी जल जनित रोगों से ग्रसित है। बीमार जन शक्ति देश को एवं समाज को सामाजिक आर्थिक रूप से शक्तिशाली नहीं बना सकती। अस्वच्छोता से मनुष्य की कार्य क्षमता में कमी आती है और वह पूर्ण दक्षता से काम नहीं कर सकता। देश की जीडीपी में बढोतरी तथा रोजगार के सृजन के लिए पानी का उचित प्रबन्धन जरूरी है। उदयपुर का अस्तित्व एवं समृ़द्धि झीलों, तालाब, पहाडियों एवं बावड़ियों को बचाने में ही है।
समारोह में विशिष्टै अतिथि पीएचईड़ी के अधिशासी अभियन्ता रामपाल जिंगर ने उनके विभाग द्वारा उदयपुर को पर्याप्त पेय जल उपलब्ध कराने की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। समारोह के प्रारम्भ में संस्था के अध्यक्ष इंजीनियर ए.एस. चूण्डावत ने सभी अतिथियों का स्वागत कर संस्था की गतिविधियों के बारे में अवगत कराया तथा विश्व जल दिवस पर अपने सारगर्भित विचार व्यवक्तर किए। कार्यक्रम में 50 से अधिक अभियन्ताओं, विद्यार्थियों एवं अन्य अतिथियों ने भाग लिया। संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन मानद इंजी. अनुरोध प्रशान्त ने किया।